महाराष्ट्र निकाय चुनाव 2025: 242 नगर परिषदों में मतदान, महायुति–MVA में कड़ी टक्कर
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
महाराष्ट्र में 242 नगर परिषद और 46 नगर पंचायत के लिए पहले चरण की वोटिंग जारी, करीब एक करोड़ मतदाता मतदान कर रहे हैं। कई जिलों में कोर्ट केस के चलते चुनाव स्थगित, 154 सीटों पर मतदान अब 20 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा।
महायुति और MVA गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला, 6,859 उम्मीदवार मैदान में; नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
नागपुर / महाराष्ट्र में आज 2 दिसंबर 2025 को पहले चरण के निकाय चुनावों के तहत 242 नगर परिषदों और 46 नगर पंचायतों में मतदान जारी है। इस चुनावी प्रक्रिया में कुल 6,859 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां सत्ता पक्ष महायुति (BJP–Shinde Sena–NCP Ajit Pawar) और विपक्षी शिवसेना (UBT)–कांग्रेस–राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद गुट) यानी MVA के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। इन चुनावों के नतीजे कल घोषित किए जाएंगे, जिससे राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।
राज्य भर में कुल 12,316 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां 62,108 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। अनुमान है कि लगभग 1 करोड़ मतदाता इस चरण के चुनाव में हिस्सा ले सकते हैं। मतदान सुबह 7:30 बजे शुरू हुआ है और शाम 5:30 बजे तक चलेगा।
चुनाव स्थगित होने से कई जिलों में नाराज़गी
राज्य चुनाव आयोग ने कई जिलों में नगर निगम और अन्य निकायों की चुनावी तैयारियों को कोर्ट केस के चलते रोका है। आयोग ने ठाणे, अमरावती, सोलापुर, बारामती, नांदेड़, पुणे, चंद्रपुर, अकोला, यवतमाल और धाराशिव जैसे क्षेत्रों में जारी चुनाव प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोकने के आदेश जारी किए। आधिकारिक कारण नहीं बताया गया, लेकिन माना जा रहा है कि स्थानीय आरक्षण से जुड़े मामलों पर अदालत में चल रही सुनवाई के कारण यह फैसला लिया गया है।
12 जिलों में चुनाव 20 दिसंबर तक स्थगित
कुल 12 जिलों में नगर पंचायत और नगरपालिका चुनावों को अब 20 दिसंबर के लिए पुनर्निर्धारित किया गया है। इन जिलों में कुल 154 सीटों पर मतदान होगा। विपक्ष ने इस स्थगन पर नाराज़गी जताते हुए चुनाव आयोग पर राजनीतिक दबाव में कार्य करने का आरोप लगाया है।
सुप्रीम कोर्ट की समयसीमा पर चुनाव आयोग की चुनौती
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में 31 जनवरी 2026 तक निकाय चुनाव पूरा करने का आदेश दिया था। उसी के तहत 32 जिला परिषद और 336 नगर पंचायतों में चुनाव कराए जा रहे हैं। प्रशासन और आयोग के सामने समयसीमा के भीतर चुनाव पूरा करने की चुनौती है।