एंकरिंग में करियर: आपकी आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाने का सफर

Wed 03-Dec-2025,01:35 AM IST +05:30

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एंकरिंग में करियर: आपकी आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाने का सफर Anchoring Career Guide
  • एंकरिंग के लिए भाषा, ज्ञान और आत्मविश्वास का विकास जरूरी।

  • डिजिटल युग में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग हैं अवसर।

  • अपनी अलग पहचान बनाकर मीडिया इंडस्ट्री में स्थापित हों।

Delhi / New Delhi :

Delhi / जी हां, मुझे एंकरिंग में गहरी दिलचस्पी है। माइक के सामने खड़े होकर, शब्दों के माध्यम से करोड़ों दिलों तक पहुंचना, यह एक जुनून है। और अगर आप भी अपना भविष्य एक बेहतर एंकर के रूप में देखते हैं, तो यह सफर रोमांचक तो है, लेकिन इसके लिए एक मजबूत रणनीति और लगन की जरूरत है। आइए, वर्तमान और भविष्य को ध्यान में रखते हुए, विस्तार से समझते हैं।

पहला कदम: नींव मजबूत करें
एंकरिंग सिर्फ सुंदर चेहरा या आवाज नहीं, बल्कि विषय की गहरी समझ और संप्रेषणीयता का खेल है।

  • भाषा पर पकड़: हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी और अपनी मातृभाषा पर अधिकार जरूरी है। व्याकरण, उच्चारण और शब्द चयन पर ध्यान दें। रोजाना अखबार पढ़ें, शब्दकोश देखें।
  • सामान्य ज्ञान का भंडार: राजनीति, अर्थव्यवस्था, खेल, मनोरंजन – हर विषय पर अपडेट रहें। एक अच्छा एंकर किसी भी टॉपिक पर बात कर सकता है।
  • अभिव्यक्ति का विकास: सिर्फ पढ़ना नहीं, समझाना है। दोस्तों के बीच, फैमिली गैदरिंग में बोलने का अभ्यास करें। डेबेट और पब्लिक स्पीकिंग में भाग लें।

दूसरा कदम: तकनीकी कौशल और प्रशिक्षण
आज का मीडिया लैंडस्केप पारंपररिक से डिजिटल की ओर बढ़ रहा है।

  • फॉर्मल एजुकेशन: जर्नलिज्म या मास कम्युनिकेशन में डिग्री एक स्ट्रक्चर्ड रास्ता देती है। कई संस्थानों (जैसे IIMC, आदि) में डिप्लोमा कोर्सेज हैं।
  • प्रैक्टिकल ट्रेनिंग: सिर्फ डिग्री काफी नहीं। किसी लोकल टीवी चैनल, रेडियो स्टेशन या ऑनलाइन न्यूज पोर्टल पर इंटर्नशिप जरूर करें। स्टूडियो का माहौल, ऑटोक्यू का उपयोग, कैमरे के सामने होने का अहसास यहीं आता है।
  • डिजिटल दुनिया में महारत: आज एक एंकर को यूट्यूब, पॉडकास्ट, सोशल मीडिया लाइव की भी समझ होनी चाहिए। अपना एक छोटा चैनल शुरू करके अभ्यास कर सकते हैं।

तीसरा कदम: अपनी एक अलग पहचान बनाएं
यहां सबकी आवाज और अंदाज अलग होना चाहिए।

  • नकल नहीं, अपनापन: अपनी प्राकृतिक शैली पहचानें। आप गंभीर, हल्के-फुल्के, व्यंग्यात्मक या एनालिटिकल हो सकते हैं। जो भी हैं, ऑथेंटिक रहें।
  • विशेषज्ञता चुनें: क्या आप ब्रेकिंग न्यूज, खेल, मनोरंजन, विज्ञान या लाइफस्टाइल के विशेषज्ञ बनना चाहते हैं? एक क्षेत्र चुनकर उस पर गहरी पकड़ बनाएं।
  • पर्सनैलिटी डेवलपमेंट: आत्मविश्वास, धैर्य, तनाव में न बिखरना, और इमोशनल इंटेलिजेंस बहुत जरूरी है। लोगों से जुड़ना आना चाहिए।

वर्तमान और भविष्य की चुनौतियां व अवसर

  • चुनौतियां: मीडिया क्षेत्र प्रतिस्पर्धी है। शुरुआत में अस्थिरता और संघर्ष हो सकता है। डिजिटल दुनिया में विश्वसनीयता बनाए रखना एक बड़ी चुनौती है।
  • अवसर: पहले के मुकाबले आज अवसरों की भरमार है। सिर्फ टीवी चैनल ही नहीं, ऑटोनोमस डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म, कॉर्पोरेट कंपनियां, ईवेंट मैनेजमेंट, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी एंकरों की मांग है। कंटेंट क्रिएटर के रूप में आप खुद एक ब्रांड बन सकते हैं।

अंतिम सुझाव: कभी हार न मानें
इस रास्ते में धैर्य सबसे बड़ा हथियार है। शुरुआत छोटे प्लेटफॉर्म से करें। फीडबैक को सीखने का मौका समझें। अपने रील और डेमो टेप लगातार अपडेट करते रहें। नेटवर्क बनाएं, लेकिन काबिलियत पर फोकस रखें।

याद रखें, एक बेहतर एंकर बनने का मतलब है – विश्वसनीय, तैयार और जनता से जुड़ा हुआ होना। मेहनत, ईमानदारी और लगन से आप निश्चित ही माइक की दुनिया पर अपनी छाप छोड़ सकते हैं। आपकी आवाज में वह जादू है, बस उसे निखारने और मंच देने की जरूरत है। शुभकामनाएं!