NSLने नवंबर 2025 में क्षमता और उत्पादन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाकर इस्पात क्षेत्र में नया मानक स्थापित किया
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नवंबर 2025 में एनएसएल की रिकॉर्ड उत्पादन उपलब्धियां, क्षमता उपयोग 119% तक पहुंचा, ईंधन दक्षता और प्रक्रिया स्थिरता में ऐतिहासिक सुधार दर्ज।
एचआर कॉइल, क्रूड और तरल स्टील उत्पादनों में अब तक का सर्वोच्च मासिक प्रदर्शन, कनवर्टर लाइनिंग लाइफ 4,799 हीट के साथ नया मानक स्थापित।
दो नए स्टील ग्रेड के सफल वाणिज्यिक उत्पादन से निर्माण, इंफ्रास्ट्रक्चर और भारी इंजीनियरिंग उद्योगों के लिए कंपनी का पोर्टफोलियो विस्तृत और प्रतिस्पर्धी।
Delhi/ NMDCस्टील लिमिटेड (NSL), भारत के सबसे युवा एकीकृत इस्पात संयंत्र ने नवंबर 2025 में परिचालन उत्कृष्टता और उत्पादन क्षमता के नए कीर्तिमान स्थापित किए। कंपनी ने अपनी मूल्य-श्रृंखला में प्रक्रिया स्थिरता, तकनीकी दक्षता और अधिकतम क्षमता उपयोग के साथ कई उत्पादन इकाइयों में अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक प्रदर्शन दर्ज किया, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
कच्चे माल की हैंडलिंग प्रणाली (RMHS) ने 21 नवंबर को एक दिन में 616 वैगन टिपलिंग का रिकॉर्ड बनाया और 5,18,886 टन बेस मिक्स उत्पादन हासिल किया। सिंटर संयंत्र ने 30 नवंबर को एक दिन में 15,590 टन और पूरे माह में 4,14,271 टन सिंटर उत्पादन रिकॉर्ड कर 105% रेटेड क्षमता उपयोग को पार किया।
ब्लास्ट फर्नेस ने भी 28 नवंबर को 11,315 टन हॉट मेटल उत्पादन के साथ 119% क्षमता उपयोग दर्ज किया और माह में कुल 2,80,049 टन का रिकॉर्ड रहा। दक्षता सुधार के तहत एनएसएल ने बर्डन में केवल सिंटर और अयस्क का उपयोग कर 519 किलोग्राम प्रति टन की सर्वश्रेष्ठ ईंधन दर और 164 किलोग्राम प्रति टन की उच्चतम मासिक पीसीआई दर प्राप्त की, जो देश में उत्कृष्टतम औसत में शामिल है।
स्टील मेल्टिंग शॉप और थिन स्लैब कैस्टर–हॉट स्ट्रिप मिल ने भी अब तक की सर्वाधिक उपलब्धियां दर्ज कीं, जिनमें 2,03,356 टन एचआर कॉइल, 2,09,445 टन क्रूड इस्पात और 2,15,010 टन तरल इस्पात उत्पादन शामिल हैं। कनवर्टर लाइनिंग लाइफ में भी 4,799 हीट का नया बेंचमार्क स्थापित किया गया। साथ ही दो नए स्टील ग्रेड-IS 2062 E450BR और IS 2062 E350C के सफल वाणिज्यिक उत्पादन से निर्माण, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग सेक्टर के लिए कंपनी का पोर्टफोलियो और मजबूत हुआ।
कंपनी ने ऑक्सीजन प्लांट में प्रचालन अनुकूलन के साथ 1.9 करोड़ रुपये की बिजली लागत बचत की। ब्लास्ट फर्नेस (पैकेज 05) और टर्बो ब्लोअर (पैकेज 10A) के पीजी टेस्ट सफलतापूर्वक पूरे हुए और IS 2041:2024 व IS 2062 E450BR के लिए बीआईएस लाइसेंस प्राप्त किए गए।
सीएमडी अमिताभ मुखर्जी के अनुसार, एनएसएल की लगातार रिकॉर्ड उपलब्धियां परिचालन टीम की प्रतिबद्धता और भारत की वैश्विक स्टील पावरहाउस बनते हुए प्रगति में सार्थक योगदान को दर्शाती हैं।