तिरुपति–साईनगर शिरडी एक्सप्रेस शुरू, तीर्थ पर्यटन और अंतरराज्यीय रेल कनेक्टिविटी को नई गति
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तिरुपति–साईनगर शिरडी एक्सप्रेस शुरू होने से चार राज्यों में तीर्थ पर्यटन, आर्थिक विकास और सुरक्षित निर्बाध रेल कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
ट्रेन 31 प्रमुख स्टेशनों से होकर गुज़रेगी और तिरुपति व शिरडी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के बीच सीधे साप्ताहिक आवागमन की सुविधा देगी।
2014 के बाद आंध्र प्रदेश में रेल परियोजनाओं, अमृत स्टेशनों और विद्युतीकरण में रिकॉर्ड निवेश से रेलवे अवसंरचना तेजी से बेहतर हुई है।
New Delhi/ रेल और जल शक्ति राज्यमंत्री श्री वी सोमन्ना ने आज नई दिल्ली के रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तिरुपति-साईनगर शिरडी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस नई ट्रेन सेवा के शुरू होने से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच रेल संपर्क को महत्वपूर्ण मजबूती मिलेगी। यह आंध्र प्रदेश की दक्षिण तटीय पट्टी से शिरडी के लिए पहली सीधी ट्रेन है, जिससे दोनों प्रमुख तीर्थ स्थलों तिरुपति और शिरडी के बीच तीर्थयात्रियों के लिए निर्बाध यात्रा संभव हो सकेगी। ट्रेन सप्ताह में एक बार संचालित होगी और लगभग 30 घंटे की यात्रा में नेल्लोर, गुंटूर, सिकंदराबाद, बीदर और मनमाड़ सहित 31 प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी।
श्री सोमन्ना ने इसे चार राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि भारतीय रेल केवल परिवहन सेवा नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता की जीवन रेखा है। उन्होंने कहा कि नई ट्रेन से तीर्थ पर्यटन, व्यापार और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी जिससे क्षेत्रीय विकास में गति आएगी। यह कनेक्टिविटी परली वैजनाथ जैसे एक महत्वपूर्ण शैव मंदिर को भी लाभ पहुंचाएगी।
उन्होंने बताया कि 2014 के बाद आंध्र प्रदेश में रेल अवसंरचना तेजी से विकसित हुई है। 2009–14 की अवधि में राज्य का औसत रेल बजट 886 करोड़ रुपये था, जो 2025-26 में बढ़कर 9417 करोड़ रुपये हो गया है, लगभग 11 गुना वृद्धि। राज्य में 93,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएँ प्रगति पर हैं, जबकि 1580 किमी नई रेल लाइनें बिछाई गई हैं और विद्युतीकरण 100 प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। वर्तमान में प्रदेश में 73 अमृत स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं।
राज्यमंत्री ने तिरुपति मामलों में चल रही प्रमुख रेलवे परियोजनाओं का भी उल्लेख किया, जिनमें तिरुपति अमृत स्टेशन, तिरुपति-पकाला-कटपड़ी दोहरीकरण, गुडूर-रेनिगुंटा और विजयवाड़ा-गुडूर तीसरी लाइन, नादिकुड़ी-श्रीकालाहस्ती नई लाइन तथा येरपेडु-पुडी बाईपास लाइन शामिल हैं।