जम्मू-कश्मीर: गर्मी की छुट्टियाँ बिताने के लिए बेहतरीन हिल स्टेशन

Sat 26-Oct-2024,12:33 PM IST +05:30

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जम्मू-कश्मीर: गर्मी की छुट्टियाँ बिताने के लिए बेहतरीन हिल स्टेशन जम्मू-कश्मीर
  • कश्मीर की पहाड़ियों में छाया हुआ दूध जैसा सफेद बर्फ प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। 

  • जम्मू तवी रेलवे स्टेशन जम्मू कश्मीर का मुख्य रेलवे स्टेशन है। 

Jammu and Kashmir / Ladakh :

भारत की शान माने जाने वाली कश्मीर को धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। कश्मीर की पहाड़ियों में छाया हुआ दूध जैसा सफेद बर्फ प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। कश्मीर के सुहावने मौसम और चारों ओर फैली प्राकृतिक सुंदरता मन को मोह लेती है। यहाँ पर गर्मी, शीतलता और सर्दी में गिरती बर्फ का आनंद ले सकते हैं। जम्मू और कश्मीर हिमालय पर्वत शृंखला के सबसे ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ स्थित वैष्णो देवी तीर्थ स्थल और अमरनाथ की गुफ़ाएं हिंदुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल केंद्र है।

जम्मू और कश्मीर भारत का एक राज्य था जिसे 5 अगस्त 2019 को, भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख में विभाजित कर दिया। कश्मीर, भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद क्षेत्र है, जिसकी एक समृद्ध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक विरासत है। कश्मीर को लेकर भारत, पाकिस्तान और चीन के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है।

कश्मीर, भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित है, जिसमें मुख्यतः जम्मू, कश्मीर घाटी और लद्दाख शामिल हैं। जम्मू कश्मीर के सीमांत क्षेत्र पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सिकयांग और तिब्बत से जुड़े हुए थे। यहाँ की जलवायु विविध है, जहाँ कश्मीर घाटी में ठंडी जलवायु है और जम्मू में गर्म जलवायु पाई जाती है।कश्मीर अपनी सुरम्य झीलों, घाटियों और पहाड़ों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ डल झील, नूर महल, और गुलमर्ग जैसे स्थल प्रमुख आकर्षण हैं।

प्राचीनकाल में कश्मीर का उल्लेख महाभारत, राजतरंगिणी और कई अन्य प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। इसे एक महत्वपूर्ण बौद्ध और हिन्दू धार्मिक केंद्र के रूप में जाना जाता था। मध्यकाल यानि 14वीं शताब्दी में, इस्लाम के आगमन के साथ कश्मीर में इस्लामी संस्कृति का प्रसार हुआ। कई मुस्लिम शासकों ने यहाँ शासन किया। और आधुनिक इतिहास यानि 19वीं शताब्दी में, प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध के बाद, 1846 की अमृतसर संधि के तहत, कश्मीर को डोगरा शासक गुलाब सिंह को बेच दिया गया। उन्होंने ही जम्मू और कश्मीर राज्य की स्थापना की।

विभाजन और विवाद:

सन 1947 में भारत की स्वतंत्रता और विभाजन के बाद, कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारतीय संघ में विलय की संधि पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद, पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध हुआ, जिसके परिणामस्वरूप कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के नियंत्रण में चला गया जिसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर कहा जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने एक संघर्षविराम रेखा (लाइन ऑफ कंट्रोल) स्थापित की और जनमत संग्रह की सिफारिश की, जिसे आज तक लागू नहीं किया जा सका।

कश्मीर की वर्तमान स्थिति:

कश्मीर में अक्सर आतंकवादी घटनाएँ और सैन्य गतिविधियाँ होती रहती हैं। सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच झड़पें आम हैं। कश्मीर की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, कृषि और हस्तशिल्प पर आधारित है। हालाँकि आतंकवाद और विवादों के कारण पर्यटन प्रभावित होता रहा है।

सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन:

कश्मीरी भोजन अपने विशेष स्वाद और मसालों के लिए प्रसिद्ध है। वाज़वान, कश्मीरी पुलाव, और कहवा यहाँ के प्रमुख व्यंजन हैं। कहवा चाय का एक रूप है जो मेहमानों को पेश किया जाता है। यह आप लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। यहाँ के प्रमुख त्यौहारों में ईद, शिवरात्रि, बैसाखी और हेमिस उत्सव शामिल हैं। कश्मीर की संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य इसे अद्वितीय बनाते हैं। हालाँकि, विवादों और संघर्षों ने इसके विकास में बाधाएँ उत्पन्न की हैं। फिर भी, कश्मीर अपनी विरासत और सौंदर्य के कारण विश्वभर में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।कश्मीर में हिन्दू, मुस्लिम, बौद्ध और सिख धर्म के अनुयायी हैं। शिल्प और कला के मामले में यहाँ कश्मीरी शॉल, कालीन, कागज़ माछे, और लकड़ी की नक्काशी प्रसिद्ध हैं। यहाँ की प्रमुख भाषाएँ कश्मीरी, उर्दू, डोगरी, लद्दाखी और हिंदी हैं।

जम्मू-कश्मीर में घूमने के लिए जगह:

जम्मू-कश्मीरमें घूमने के लिए कई खूबसूरत स्थान हैं। जैसे-

  1. श्रीनगर:
  • डल झील: यहाँ शिकारा राइड और हाउसबोट में रहने का अनुभव ले सकते हैं।
  • मुगल गार्डन: निशात बाग, शालीमार बाग, और चश्मेशाही जैसे सुंदर बागानें यहाँ मौजूद हैं।
  • शंकराचार्य मंदिर: एक पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर श्रीनगर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
  1. गुलमर्ग:
  • गोंडोला राइड: यह एशिया की सबसे ऊँची केबल कार राइड है, जिसका आप आनंद उठा सकते हैं।
  • स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग: सर्दियों में यहाँ बर्फ से ढके पहाड़ों पर स्कीइंग का मज़ा लिया जा सकता है।
  1. पहलगाम:
  • अर्जन वैली: यहाँ खूबसूरत घास के मैदान और झरने हैं।
  • बेताब वैली: यह स्थान कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के लिए प्रसिद्ध है।
  1. सोनमर्ग:
  • थाजिवास ग्लेशियर: यह ट्रेकिंग और कैम्पिंग के लिए उपयुक्त स्थान है।
  • सिंध नदी: इस नदी के किनारे आप पिकनिक का आनंद ले सकते हैं।
  1. कटरा:
  • वैष्णो देवी मंदिर: यह मंदिर हिन्दू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।

जम्मू कश्मीर घूमने का सहीं समय:

जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय मार्च से अक्टूबर के बीच का है। इस दौरान मौसम सुखद और सुहावना रहता है।

मार्च से मई में वसंत ऋतु होती है, जब तापमान 15°C से 30°C के बीच रहता है। फूलों की बहार और हरी-भरी वादियां देखने का यह आदर्श समय है।

जून से अगस्त का समय गर्मियों का होता है, जब तापमान 20°C से 35°C के बीच रहता है। हिल स्टेशन जैसे गुलमर्ग और पहलगाम में इस दौरान मौसम बहुत ही अच्छा रहता है।

सितंबर से अक्टूबर का समय शरद ऋतु का होता है, जब तापमान 10°C से 25°C के बीच रहता है। इस समय कश्मीर के हरे-भरे मैदान सुनहरे रंग में बदल जाते हैं, जो एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत करते हैं।

इन महीनों के दौरान, आप प्राकृतिक सौंदर्य, साहसिक गतिविधियाँ और सांस्कृतिक अनुभवों का भरपूर आनंद ले सकते हैं।

कैसे पहुंचे जम्मू-कश्मीर:

जम्मू कश्मीर पहुंचने के लिए आप हवाई, रेल और सड़क मार्ग का उपयोग कर सकते हैं।

हवाई मार्ग: जम्मू और श्रीनगर में दो प्रमुख हवाई अड्डे हैं। जिनमें पहला है श्रीनगर एयरपोर्ट यानि शेख उल-आलम एयरपोर्ट। यह हवाई अड्डा कई प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, आदि से सीधी उड़ानें मिलती हैं। दूसरा है जम्मू एयरपोर्ट यानि सतवारी एयरपोर्ट। यह हवाई अड्डा भी दिल्ली, मुंबई, और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां से टैक्सी या बस द्वारा कश्मीर घाटी पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग:जम्मू तवी रेलवे स्टेशन जम्मू कश्मीर का मुख्य रेलवे स्टेशन है। यह भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, और कोलकाता से यहां के लिए नियमित ट्रेनें चलती हैं। रेलवे स्टेशन से श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में टैक्सी या बस द्वारा जाया जा सकता है।

सड़क मार्ग:दिल्ली से आप राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (NH 44) के माध्यम से जम्मू जा सकते हैं। दूरी लगभग 600 किलोमीटर है और यह यात्रा लगभग 10-12 घंटे की होती है।रास्ते में आप करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, लुधियाना, जालंधर और पठानकोट जैसे शहरों से होकर गुजरेंगे।

जम्मू से श्रीनगर तक का मार्ग भी NH 44 पर ही है। यह दूरी लगभग 300 किलोमीटर है और इसमें लगभग 8-10 घंटे का समय लगता है।रास्ते में आप उधमपुर, पटनीटॉप, और जवाहर सुरंग से होकर गुजरेंगे।