हैदराबाद में मौत का चारमीनार कनेक्शन: शॉर्ट सर्किट या लापरवाही का नतीजा?

Sun 18-May-2025,02:44 PM IST +05:30

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हैदराबाद में मौत का चारमीनार कनेक्शन: शॉर्ट सर्किट या लापरवाही का नतीजा? हैदराबाद में चारमीनार के पास भीषण आग: 17 की मौत, बच्चों और महिलाओं की जान गई"
  • चारमीनार के पास इमारत में भीषण आग से 17 लोगों की मौत।

  • शॉर्ट सर्किट को बताया जा रहा आग का प्राथमिक कारण​।

  • प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की सहायता की घोषणा की।

Telangana / Hyderabad :

रविवार सुबह तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में एक भयावह हादसा हो गया। ऐतिहासिक चारमीनार के पास गुलजार हाउस इलाके में स्थित एक इमारत में भीषण आग लग गई। यह आग सुबह लगभग 5.30 बजे लगी जब अधिकांश लोग सो रहे थे। आग इमारत के ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई, जहां एक मोती की दुकान स्थित थी। देखते ही देखते आग की लपटों और धुएं ने पूरी इमारत को घेर लिया। इस भयानक घटना में 17 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा 10 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिन्हें इलाज के लिए DRDO अस्पताल, उस्मानिया जनरल अस्पताल और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आग लगने के पीछे शॉर्ट सर्किट को संभावित कारण बताया जा रहा है, हालांकि जांच अभी भी जारी है। यह दुकान और ऊपर का मकान एक ही परिवार के थे। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग ने तेजी से प्रतिक्रिया दी और शहर के विभिन्न हिस्सों से 11 दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने में दो बचाव टेंडर, एक ब्रोंटो स्काईलिफ्ट, तीन पानी के टैंकर और एक रोबोट का भी उपयोग किया गया। दमकल कर्मियों ने इमारत में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए जी-जान लगा दी, लेकिन धुएं की वजह से कई लोगों की दम घुटने से जान चली गई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक जताया और पीड़ितों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से दो लाख रुपये तथा घायलों को पचास हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने भी संवेदना व्यक्त की और वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि इमारत में फंसे लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। केंद्रीय मंत्री और राज्य बीजेपी अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने भी मौके की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक एजेंसियों को अधिक सक्रिय और उत्तरदायी बनाने की जरूरत बताई।

घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजानर सिम्हा के निर्देश पर उस्मानिया जनरल अस्पताल में विशेष मेडिकल टीमें गठित की गई हैं। इन टीमों में प्लास्टिक सर्जरी, एनेस्थीसिया और जनरल सर्जरी विभागों के डॉक्टर शामिल हैं, जो 24 घंटे पीड़ितों के इलाज के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही, स्वास्थ्य सचिव क्रिस्टीना जेड. चोंगथू, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. नरेंद्र कुमार, स्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवींद्र नायक और हैदराबाद के डीएमएचओ डॉ. वेंकट स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।

यह हादसा हैदराबाद शहर के इतिहास में सबसे बड़े अग्निकांडों में से एक बन गया है। शहर के लोगों में घटना को लेकर शोक और आक्रोश दोनों है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि आग लगने के सही कारणों की जल्द जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।