मणिपुर में उग्रवादियों का 'वसूली राज'? सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कई गिरफ्तार

Sun 18-May-2025,06:19 PM IST +05:30

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मणिपुर में उग्रवादियों का 'वसूली राज'? सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कई गिरफ्तार मणिपुर में उग्रवादियों का 'वसूली राज'? सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कई गिरफ्तार
  • मणिपुर में सात उग्रवादी विभिन्न जिलों से गिरफ्तार।

  • आरोपी जबरन वसूली, हथियारों की तस्करी और भर्ती में लिप्त थे।

  • प्रशासन ने जनता से सतर्क रहने और पुलिस को सूचना देने की अपील की।

Manipur / Imphal :

मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों पर सुरक्षा बलों ने सख्ती से कार्रवाई शुरू कर दी है। फरवरी 2025 में राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद से अब तक विभिन्न जिलों से सात उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी जबरन वसूली (एक्सटॉर्शन), युवाओं की भर्ती, हथियारों की तस्करी और सीमा पार आवाजाही जैसी गंभीर गतिविधियों में संलिप्त थे। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, ये गिरोह वैवाहिक विवादों को सुलझाने के नाम पर लोगों से पैसे की मांग करते थे, जिससे आम नागरिकों में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ था।

इम्फाल ईस्ट जिले से शुक्रवार को केसीपी (कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी) के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, इसी जिले के वांगखई अयांगपाली इलाके से प्रेपाक (प्रो) का एक सक्रिय सदस्य भी पकड़ा गया, जो लंबे समय से जबरन वसूली में लिप्त था। इम्फाल वेस्ट के मयंग लांगजिंग क्षेत्र से भी इसी संगठन का एक अन्य सदस्य गिरफ्तार हुआ है। इन गिरफ्तारियों से साफ है कि इन संगठनों का प्रभाव अब शहरी इलाकों में भी फैल चुका है।

चुराचांदपुर जिले के तुईबोंग क्षेत्र से चिन-कुकी नेशनल डिफेंस फोर्स का एक सक्रिय कैडर गुरुवार को पकड़ा गया। वह संगठन के लिए युवाओं की भर्ती, सीमा पार से हथियार और उग्रवादियों की आवाजाही, और जबरन वसूली जैसे कार्यों में शामिल था। थोउबाल जिले के संगाइयुम्फम चेरापुर मयाई लैकाई से यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (पाम्बेई) का एक सदस्य और बिष्णुपुर जिले के त्रोंगलाओबी माखा लैकाई से प्रेपाक (प्रो) का एक अन्य सदस्य गिरफ्तार हुआ, जो म्यांमार में उग्रवाद फैलाने की साजिश में शामिल था।

राज्यपाल प्रशासन ने जनता से अपील की है कि जबरन वसूली या उग्रवादी गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। यदि कोई व्यक्ति उग्रवादियों की सहायता करता पाया गया, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस सख्त रुख से आम जनता को राहत मिलने की उम्मीद है।