प्रयागराज करछना बवाल: 65 गिरफ्तारी, 54 नामजद और 550 अज्ञात उपद्रवियों पर FIR, गांव में तनाव बरकरार
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प्रयागराज बवाल में 65 उपद्रवी गिरफ्तार, 550 अज्ञात पर केस।
चंद्रशेखर को गांव में रोकने पर भड़की हिंसा।
ईसौटा और भडेवरा में तनाव, पुलिस तैनात।
Karchhana / प्रयागराज के करछना क्षेत्र स्थित ईसौटा गांव और भडेवरा चौराहे पर बीते दिनों हुए हिंसक बवाल, तोड़फोड़ और आगजनी मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 65 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने 25 पुलिस टीमों का गठन किया था, जिन्होंने रातभर गांवों में दबिश देकर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने इस मामले में कुल 54 नामजद और 550 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार सभी आरोपियों को थाने में कान पकड़वाकर बैठाया गया और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस अन्य अज्ञात उपद्रवियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
इस बवाल की पृष्ठभूमि 13 अप्रैल की उस दिल दहला देने वाली घटना से जुड़ी है, जिसमें ईसौटा गांव निवासी देवी शंकर पुत्र अशोक कुमार की हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद शव को गांव के पास ही खेत में जला दिया गया था। इस घटना को लेकर आक्रोशित भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद आजाद चंद्रशेखर रावण मृतक के परिवार से मिलने प्रयागराज आ रहे थे, लेकिन उन्हें रास्ते में ही पुलिस द्वारा रोक दिया गया।
इसके विरोध में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए भीम आर्मी समर्थकों ने ईसौटा गांव और भडेवरा चौराहे पर बवाल मचा दिया। पुलिस को चुनौती देते हुए उन्होंने चक्का जाम कर दिया, पथराव, तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। इस हिंसा में पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया और जाम में फंसी आम जनता की दर्जनों बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया।
घटना के दौरान स्थानीय ग्रामीण भी पुलिस के समर्थन में आ गए और उपद्रवियों को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन संख्या अधिक होने की वजह से भीम आर्मी समर्थक दोबारा हावी हो गए और भुंडा मोड़ तक हिंसा फैली। हालात पर काबू पाने के लिए कई थानों की पुलिस और भारी फोर्स मौके पर भेजी गई, जिन्होंने उपद्रवियों को तितर-बितर कर चक्का जाम खुलवाया।
फिलहाल पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में तो ले लिया है, लेकिन गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। जिला प्रशासन और पुलिस हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।