हैदराबाद एयरपोर्ट पर 400 किलो हाई-क्वालिटी हाइड्रोपोनिक गांजा जब्त, महिला तस्कर गिरफ्तार
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हैदराबाद एयरपोर्ट पर महिला के पास से 400 किलो गांजा जब्त।
हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाया गया हाई-क्वालिटी गांजा।
बैंकॉक-दुबई के रास्ते भारत में ड्रग्स तस्करी की साजिश उजागर।
hyderabad / राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (RGIA), हैदराबाद पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक बड़ी और सुनियोजित कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक महिला यात्री को भारी मात्रा में मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है। महिला के कब्जे से कुल 400 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक गांजा बरामद किया गया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग ₹40 करोड़ बताई जा रही है। यह गांजा महिला के दो चेक-इन बैग्स में छिपाकर रखा गया था।
एनसीबी ने जानकारी दी कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी। जैसे ही महिला हैदराबाद एयरपोर्ट पर पहुंची, सुरक्षा एजेंसियों ने पहले से तैयारी कर रखी थी और उसके सामान की गहन जांच की गई। जांच में जब उसके बैग्स खोले गए तो उनमें बड़े पैमाने पर पैक किया गया हाइड्रोपोनिक गांजा मिला। हाइड्रोपोनिक गांजा एक विशेष किस्म का सिंथेटिक गांजा होता है, जिसे बिना मिट्टी के, खास तकनीक की मदद से उगाया जाता है। यह सामान्य गांजे की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली और महंगा होता है।
प्रारंभिक पूछताछ में महिला ने बताया कि यह गांजा बैंकॉक से मंगवाया गया था। चूंकि हाल के दिनों में बैंकॉक से सीधे आने वाले यात्रियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, इसलिए महिला ने दुबई के रास्ते भारत आने का रास्ता अपनाया। इस तरह तस्करों ने सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए रूट में बदलाव किया। अधिकारियों ने कहा है कि ऐसे कई मामलों में ड्रग तस्कर अब बैंकॉक से सीधे भारत न आकर तीसरे देश का रास्ता लेकर मादक पदार्थ ला रहे हैं ताकि जांच एजेंसियों की पकड़ से बचा जा सके।
एनसीबी की टीम इस मामले को एक बड़ी ड्रग तस्करी साजिश मान रही है। पूछताछ में महिला से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह किन लोगों के संपर्क में थी, भारत में उसका नेटवर्क कहां तक फैला है और क्या वह किसी अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा है। साथ ही, यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसने पहले भी इस तरह की कोई तस्करी की है या नहीं।
एनसीबी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि महिला के खिलाफ NDPS Act (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances Act) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस कानून के तहत ऐसे मामलों में सख्त सजा का प्रावधान है, जिसमें लंबी कैद और भारी जुर्माना शामिल है। महिला से जुड़े सभी संपर्कों और तकनीकी डिवाइसेज़ की जांच की जा रही है, ताकि मादक पदार्थों की तस्करी की इस चेन को तोड़ा जा सके।
यह मामला भारत में ड्रग तस्करी की बढ़ती चुनौती को उजागर करता है, खासतौर पर जब हाई-क्वालिटी सिंथेटिक ड्रग्स नई तकनीकों से तस्करी के जरिए देश में प्रवेश कर रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मदद से ही इस तरह के संगठित अपराधों को रोका जा सकता है।