Parliament Monsoon Session 2025 | विपक्ष का SIR पर विरोध, इनकम टैक्स और GST संशोधन बिल होंगे पेश
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

विपक्ष ने SIR मुद्दे पर संसद परिसर में किया प्रदर्शन।
राहुल, प्रियंका और खड़गे सहित कई नेता विरोध में शामिल।
सरकार 8 नए और 7 लंबित बिल मानसून सत्र में पेश करेगी।
Delhi / संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन बिहार में चल रहे वोटर वेरिफिकेशन अभियान, जिसे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) कहा गया है, के विरोध में विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से लेकर नए संसद भवन के मकर द्वार तक पैदल मार्च निकाला। इस विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई सांसद शामिल हुए।
मकर द्वार पर पहुंचकर विपक्षी सांसदों ने "SIR" लिखे हुए पोस्टरों को फाड़ा और उन्हें प्रतीकात्मक डस्टबिन में डालकर मोदी सरकार के खिलाफ "हाय-हाय" के नारे लगाए। उनका आरोप है कि केंद्र सरकार SIR के जरिए गरीब और पिछड़े वर्गों के मताधिकार को छीनना चाहती है और सिर्फ संपन्न वर्गों को ही वोट देने देना चाहती है।
लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा
विपक्ष का विरोध लोकसभा तक भी पहुंचा, जहां सांसदों ने जोरदार नारेबाजी की। इस कारण सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें 28 जुलाई से सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी। इसी दिन “ऑपरेशन सिंदूर” पर भी चर्चा की जाएगी।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है। “वे गरीबों को वोट देने के अधिकार से वंचित करना चाहते हैं। हमारी लड़ाई SIR के खिलाफ जारी रहेगी।” वहीं भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि संसद में हुआ प्रदर्शन चिंताजनक है और स्पीकर की अपील के बावजूद विपक्ष व्यवधान पैदा कर रहा है।
सरकार और विपक्ष के बीच संवाद की कोशिशें
संसदीय कार्य मंत्री किरन रिजिजू और राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर सदन की कार्यवाही शांतिपूर्वक चलाने की अपील की। वहीं कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब देश में वोटिंग अधिकार को लेकर गंभीर चिंता है, तब प्रधानमंत्री विदेश में हैं। यह उनकी संवेदनहीनता दर्शाता है।”
मानसून सत्र का एजेंडा
21 जुलाई से शुरू हुआ मानसून सत्र 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 18 बैठकें होंगी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के चलते 13 और 14 अगस्त को संसद की कार्यवाही नहीं होगी। इस सत्र में 15 से ज्यादा विधेयक पेश किए जाएंगे, जिनमें से 8 नए बिल होंगे और 7 पहले से लंबित बिलों पर चर्चा होगी।
प्रमुख विधेयकों में शामिल हैं:
-
मणिपुर GST संशोधन विधेयक 2025
-
नई इनकम टैक्स बिल – जो 1961 के आयकर अधिनियम की जगह लेगा
-
नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल
सत्र के पहले दिन नई इनकम टैक्स बिल पर बनी संसदीय समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की जाएगी। यह रिपोर्ट 622 पन्नों की है और इसमें 285 सुझाव दिए गए हैं। यह बिल देश की कर प्रणाली में व्यापक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
निष्कर्ष
मानसून सत्र की शुरुआत से ही राजनीतिक तापमान काफी गर्म है। SIR के खिलाफ विपक्ष की लामबंदी और केंद्र सरकार का विधायी एजेंडा – दोनों ही संसद में आने वाले दिनों में गरमागरम बहस का कारण बनेंगे। जहां विपक्ष मताधिकार से जुड़े सवालों को उठा रहा है, वहीं सरकार अपने कानूनों को पास करवाने की तैयारी में है। यह सत्र राजनीतिक रूप से काफी अहम साबित हो सकता है।