हरियाणा के छह गांवों में पानी निकासी को लेकर हिंसक झड़प, 25 लोग घायल

Sat 06-Sep-2025,11:05 PM IST +05:30

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हरियाणा के छह गांवों में पानी निकासी को लेकर हिंसक झड़प, 25 लोग घायल Hisar villages water dispute clash
  • हिसार जिले में छह गांवों के बीच पानी निकासी को लेकर हिंसक झड़प.

  • पथराव में सरपंच सहित 25 लोग घायल, कई अस्पताल में भर्ती. 

  • गुराना गांव के पास टूटी सिंघवा राघो माइनर से बढ़ा विवाद.

Haryana / Hisar :

Hisar / हरियाणा के हिसार जिले में खेतों में भरे पानी की निकासी को लेकर शनिवार को छह गांवों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झगड़े में दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ, जिसमें एक सरपंच, एक सरपंच प्रतिनिधि सहित करीब 25 लोग घायल हो गए। मामला गांव गुराना के पास टूटी सिंघवा राघो माइनर से जुड़ा है।

दरअसल, शुक्रवार को गांव गुराना के पास सिंघवा राघो माइनर टूट गई थी, जिसके बाद पानी खानपुर, सिंधड़, सिंघवा राघो और घिराय गांवों की ओर बहने लगा। इन गांवों के लोगों का आरोप था कि गुराना के ग्रामीणों ने जानबूझकर माइनर तोड़ दी ताकि अपने खेतों को बचाने के लिए पानी की निकासी दूसरी दिशा में कर दी जाए। इस आरोप को लेकर ग्रामीणों में तनाव बढ़ गया।

शनिवार को खानपुर, सिंधड़, सिंघवा राघो और घिराय गांवों के सैकड़ों ग्रामीण माइनर को बंद करने पहुंचे। वहीं, गुराना गांव के भी सैकड़ों लोग वहां एकत्रित हो गए। दोनों पक्षों में पहले बहस और नोकझोंक हुई, जो देखते ही देखते पथराव में बदल गई। अचानक हुई हिंसा से स्थिति बेकाबू हो गई और चारों ओर अफरा-तफरी मच गई।

घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी देवेंद्र नैन, एसडीएम राजेश कोथ और थाना प्रभारी बलवान सिंह सुबह से ही मौके पर मौजूद थे। प्रशासन ने दोनों पक्षों से कई दौर की बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश की थी और ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था कि माइनर को जल्द बंद किया जाएगा। लेकिन शाम तक कार्रवाई न होने के कारण ग्रामीणों का धैर्य टूट गया और विवाद हिंसक झड़प में बदल गया।

झगड़े में घायल हुए लोगों को नारनौंद और हांसी के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, गंभीर रूप से घायल लोगों को हिसार रेफर किया गया है। देर रात तक पुलिस बल मौके पर तैनात रहा और माइनर के पास तथा आसपास के गांवों में लगातार गश्त करता रहा।

प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। इस घटना ने एक बार फिर से पानी निकासी और सिंचाई व्यवस्था को लेकर गांवों के बीच गहराते विवादों को उजागर कर दिया है।