कम उम्र में मिलने वाले अवसर भविष्य की सफलता की नींव रखते हैं" - श्रीमती रक्षा खडसे

Sat 02-Aug-2025,11:46 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

कम उम्र में मिलने वाले अवसर भविष्य की सफलता की नींव रखते हैं" - श्रीमती रक्षा खडसे 38वीं अंडर-11 राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप, जलगांव 2025
  • जलगांव में 550+ खिलाड़ियों के साथ भव्य शतरंज चैंपियनशिप.

  • केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे ने किया उद्घाटन.

  • 8 लाख रुपये की पुरस्कार राशि और फिडे रेटिंग का मौका. 

Maharashtra / Jalgaon :

Jalgaon / 38वीं राष्ट्रीय अंडर-11 शतरंज चैंपियनशिप का भव्य उद्घाटन आज महाराष्ट्र के जलगांव स्थित जैन हिल्स के सुंदर अनुभूती मंडप में संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की शुरुआत केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने की। यह आयोजन नवोदित प्रतिभाओं की खोज और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों के लिए तैयार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है।

श्रीमती रक्षा खडसे ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि प्रारंभिक आयु में मिले खेल के अवसर, एक व्यक्ति के संपूर्ण विकास की नींव रखते हैं। उन्होंने "खेलो भारत नीति 2025" और "खेलो इंडिया" जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के माध्यम से केंद्र सरकार की युवा एथलीटों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता पर बल दिया। इन योजनाओं के अंतर्गत खिलाड़ियों को न केवल खेल प्रशिक्षण बल्कि समुचित बुनियादी ढांचे और फिटनेस संस्कृति का लाभ भी मिल रहा है।

शतरंज जैसे खेल को लेकर उन्होंने कहा कि यह खेल न केवल बौद्धिक विकास करता है बल्कि अनुशासन, धैर्य और रणनीति जैसे जीवनोपयोगी गुण भी खिलाड़ियों में विकसित करता है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ देते हुए भविष्य में उनकी उत्कृष्टता की कामना की।

इस वर्ष की अंडर-11 राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप में देशभर से 550 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इनमें से लगभग 400 खिलाड़ियों को फिडे रेटिंग प्राप्त है, जो इस प्रतियोगिता के स्तर और महत्ता को दर्शाता है। प्रतियोगियों ने अंडमान-निकोबार, आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, तेलंगाना और गोवा जैसे विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आकर इस आयोजन को राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया है।

यह टूर्नामेंट स्विस लीग प्रणाली के अंतर्गत 11 राउंड में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें खिलाड़ियों को अपनी वर्तमान फिडे रेटिंग बढ़ाने और नई रेटिंग प्राप्त करने का सुनहरा अवसर मिलेगा। कुछ प्रमुख प्रतिभागियों में पुणे के अद्विक अग्रवाल (फिडे रेटिंग 2251) और केरल की देवी बिजेश (फिडे रेटिंग 1869) शामिल हैं, जिनकी उपस्थिति से प्रतियोगिता का स्तर और भी ऊंचा हो गया है।

चैंपियनशिप का आयोजन जैन सिंचाई के मुख्य प्रायोजन में जैन स्पोर्ट्स अकादमी, जलगांव जिला शतरंज संघ, महाराष्ट्र शतरंज संघ और अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के संयुक्त प्रयासों से किया जा रहा है। कुल 8 लाख रुपये की पुरस्कार राशि की घोषणा की गई है, जिसमें विजेताओं के साथ-साथ श्रेष्ठ खेल कौशल, ड्रॉ परिपक्वता और रणनीतिक सोच के लिए भी नकद पुरस्कार निर्धारित किए गए हैं।

उद्घाटन समारोह के दौरान, हाल ही में फिडे महिला विश्व कप में दिव्या देशमुख की शानदार उपलब्धियों का उल्लेख कर युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया गया। दिव्या की सफलता इस बात का प्रमाण है कि भारतीय युवा शतरंज खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अपनी अमिट छाप छोड़ने में सक्षम हैं।

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में सांसद श्रीमती स्मिता वाघ, जैन सिंचाई के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय शतरंज महासंघ के सलाहकार श्री अशोक जैन, महाराष्ट्र शतरंज संघ के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ मयूर, जैन स्पोर्ट्स अकादमी के अध्यक्ष श्री अतुल जैन और मुख्य निर्णायक श्री देबाशीष बरुआ प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी अतिथियों ने बाल खिलाड़ियों को शुभकामनाएँ दीं और महाराष्ट्र को शतरंज में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में ऐसे आयोजनों के महत्व को रेखांकित किया।

यह आयोजन केवल एक शतरंज प्रतियोगिता भर नहीं, बल्कि जलगांव की खेल, शिक्षा और सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण पड़ाव भी है। इस चैंपियनशिप के माध्यम से जहां बाल प्रतिभाओं को अपनी पहचान बनाने का अवसर मिला है, वहीं यह आयोजन भारतीय शतरंज के उज्ज्वल भविष्य की नींव भी रखता है।