Punjab-Haryana Flood 2025: North India में बारिश और बाढ़ से तबाही, कई राज्यों में अलर्ट

Thu 04-Sep-2025,12:57 PM IST +05:30

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Punjab-Haryana Flood 2025: North India में बारिश और बाढ़ से तबाही, कई राज्यों में अलर्ट north india flood situation 2025
  • उत्तरी भारत में बाढ़ और बारिश से तबाही, कई राज्य प्रभावित.

  • पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल और कश्मीर में हालात गंभीर.

  • मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया.

Himachal Pradesh / Shimla :

Delhi / उत्तरी भारत इन दिनों भीषण बाढ़ और मूसलाधार बारिश की चपेट में है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हालात गंभीर बने हुए हैं। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ने से सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। कई राज्यों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश का अलर्ट जारी किया है।

पंजाब में 23 जिले प्रभावित

पंजाब बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में है। यहां सभी 23 जिलों में बाढ़ का असर देखा जा रहा है। करीब 1,655 गांवों में 3.55 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। 1 अगस्त से 3 सितंबर के बीच बाढ़ की चपेट में आकर 37 लोगों की मौत हो चुकी है। पठानकोट में तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालात को देखते हुए पंजाब सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय की छुट्टियां 3 सितंबर से बढ़ाकर 7 सितंबर तक कर दी हैं। सतलुज और घग्गर नदी अभी भी उफान पर हैं, जबकि माधोपुर हैडवर्क से छोड़े गए पानी ने रावी नदी का जलस्तर बढ़ा दिया है।

हरियाणा में नदियों का कहर

हरियाणा के कई इलाके बाढ़ में डूबे हुए हैं। राज्य में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। हिसार, पंचकूला, अंबाला और रोहतक जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। कुरुक्षेत्र में घग्गर और मारकंडा नदी का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में घुस गया है। अंबाला की टांगरी नदी के आसपास की कॉलोनियों में तीन से चार फीट पानी भर गया है। हालात इतने बिगड़े कि बुधवार रात कई परिवारों को घर छोड़कर ऊंचाई वाली जगहों पर सड़क पर रात बितानी पड़ी। मौसम विभाग ने राज्य के छह जिलों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है।

दिल्ली में यमुना खतरे के निशान पर

दिल्ली में यमुना का पानी खतरे के निशान तक पहुंच गया है। फरीदाबाद में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुरुवार सुबह मॉनेस्ट्री मार्केट की सड़कों पर एक फीट तक पानी भर गया। मयूर विहार फेज-1 के राहत शिविरों में भी पानी घुस आया। अलीपुर में नेशनल हाईवे-44 पर फ्लाईओवर का एक हिस्सा धंस गया है।

हिमाचल प्रदेश में लैंडस्लाइड और मौतें

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है। कुल्लू में गुरुवार सुबह हुए भूस्खलन में दो घर ढह गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह लोग मलबे में दब गए। बुधवार को भी यहां लैंडस्लाइड हुआ था जिसमें NDRF का एक जवान मलबे में फंस गया था। 24 घंटे की मशक्कत के बाद उसे जिंदा बाहर निकाला गया। राज्य में भारी बारिश के कारण पांच नेशनल हाईवे समेत 1,359 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग ने किन्नौर, कुल्लू, मंडी और शिमला समेत छह जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।

जम्मू-कश्मीर में अलर्ट

कश्मीर घाटी में भी हालात चिंताजनक हैं। झेलम नदी का जलस्तर श्रीनगर में 21 फीट के खतरे के निशान को पार कर गया है। अनंतनाग, बडगाम, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां जिलों में बाढ़ का असर ज्यादा है। प्रशासन ने निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की एडवाइजरी जारी की है। डल झील के आसपास रहने वाले लोगों, खासकर हाउसबोट में रहने वालों को भी सतर्क कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़ और बिहार में बारिश का कहर

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और बलरामपुर जिले में गुरुवार को यलो अलर्ट जारी किया गया। बलरामपुर के लुत्ती गांव में पुराना बांध टूटने से पानी के तेज बहाव में सात लोग बह गए, जिनमें चार की मौत हो गई और तीन अभी भी लापता हैं।
बिहार में मानसून दोबारा सक्रिय हो गया है। पटना समेत 19 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। नेपाल में लगातार हो रही बारिश से कोसी नदी उफान पर है और सुपौल जिले के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।

राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी खतरा

राजस्थान के 26 जिलों में गुरुवार को तेज बारिश का अलर्ट है। जयपुर, दौसा और सवाई माधोपुर में बुधवार को चार इंच तक बारिश दर्ज की गई। झुंझुनूं जिले में एक मकान की छत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मध्य प्रदेश में भी मानसून ट्रफ और चक्रवात सक्रिय है। यहां के 26 जिलों में बहुत तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। अगले तीन दिनों तक राज्य में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, उत्तरी भारत के कई राज्य बाढ़ और बारिश से बुरी तरह प्रभावित हैं। लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और दर्जनों की जान जा चुकी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राहत की उम्मीद कम जताई है। 9 सितंबर के बाद एक बार फिर तेज बारिश की संभावना जताई गई है। प्रशासन लगातार अलर्ट जारी कर रहा है और लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दे रहा है।