राष्ट्रीय खेल दिवस 2025: हरदीप सिंह पुरी ने खेल संवर्धन में पीएसपीबी की भूमिका को सराहा

Sat 30-Aug-2025,04:29 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

राष्ट्रीय खेल दिवस 2025: हरदीप सिंह पुरी ने खेल संवर्धन में पीएसपीबी की भूमिका को सराहा राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा—पीएसपीबी ने खेल प्रतिभाओं को संवारने और भारत को ‘खेल राष्ट्र’ बनाने में अहम योगदान दिया है।
  • राष्ट्रीय खेल दिवस पर श्री हरदीप सिंह पुरी का विशेष संबोधन

  • पीएसपीबी का खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने में योगदान

  • राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 से खेल ढांचे में सुधार

Delhi / New Delhi :

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि भारत ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए अपनी नीतिगत प्राथमिकता और सार्वजनिक निवेश में वृद्धि की है। उन्होंने कहा, "इस दिशा में भारत के तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों ने अग्रणी भूमिका निभाई है।" श्री पुरी राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त के उपलक्ष्य में पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड (पीएसपीबी) द्वारा दिल्ली सॉकर एसोसिएशन और सुदेवा अकादमी के सहयोग से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

देश में 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है क्योंकि यह भारतीय हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती है। पीएसपीबी की सदस्य सचिव सुश्री सबीना चौधरी और सुदेवा दिल्ली एफसी के अध्यक्ष श्री अनुज गुप्ता ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। श्री पुरी ने भारत के खेल क्षेत्र में आए बदलाव का उल्लेख करते हुए कहा, "2014 के बाद भारत को एक 'खेल राष्ट्र' बनाने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। अब होनहार युवाओं को न केवल वित्त पोषण के मामले में, बल्कि पोषण, खेल विज्ञान और कोचिंग सहित संपूर्ण विकास में उच्च स्तरीय सफलता प्राप्त करने के लिए भरपूर समर्थन मिल रहा है।" उन्होंने कहा कि संसद के पिछले सत्र में ऐतिहासिक राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 पारित किया गया है जिसका उद्देश्य खेल महासंघों और निकायों के प्रशासनिक ढांचे में सुधार करना है। इस विधेयक से जवाबदेही बढ़ेगी।

श्री पुरी ने कहा, " पिछले दस वर्षों के परिणाम इन परिवर्तनकारी नीतियों की सफलता को दर्शाते हैं। 2023 एशियाई खेलों और 2024 पैरा एशियाई खेलों में, हमने क्रमशः 107 और 29 पदक (7 स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य) के रिकॉर्ड हासिल किए।" श्री पुरी ने पीएसपीबी के योगदान को स्वीकार करते हुए कहा, "इस परिवर्तन को सुनिश्चित करने में मदद करने वाले कई हितधारकों में पीएसपीबी का विशेष उल्लेख किया जाना चाहिए, जो देश में सबसे बड़े खेल संवर्धन निकायों में से एक है। इसमें 16 सदस्य संगठन शामिल है तथा यह 19 खेल विधाओं में प्रतियोगिताओं के लिए सहयोग और आयोजन करता है।" उल्लेखनीय है कि दशकों से पीएसपीबी के एथलीटों ने लगातार भारत का नाम रोशन किया है।

151 राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पीएसपीबी के खिलाड़ी रहे हैं। इनमें 3 पद्म भूषण, 13 पद्म श्री, 10 मेजर ध्यानचंद खेल रत्न, 1 द्रोणाचार्य पुरस्कार, 7 ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और 117 अर्जुन पुरस्कार विजेता शामिल हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र ज़िले में खेलों को बढ़ावा देने में पीएसपीबी की भूमिका का भी उल्लेख किया जिसे उन्होंने आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम के तहत गोद लिया है। उन्होंने कहा, "पीएसपीबी ने तीरंदाज़ी प्रतियोगिताएँ आयोजित कर और इस खेल को बढ़ावा देकर ज़िले की उत्कृष्ट खेल प्रतिभाओं को निखारा है।

अब हम अगले साल सोनभद्र में एक नौकायन प्रतियोगिता आयोजित करने और एक जल क्रीड़ा प्रशिक्षण केंद्र के निर्माण में सहयोग देने की योजना बना रहे हैं। ये ऐसी पहल हैं जो भारत के उभरते खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करेंगी।" श्री पुरी ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, "मैं इस कार्यक्रम में आकर बहुत प्रसन्न हूं, जिसे पेट्रोलियम खेल संवर्धन बोर्ड दिल्ली सॉकर एसोसिएशन के साथ मिलकर आयोजित कर रहा है।"