National Hindi Day 2025 award | हिंदी सेवी शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित करेगी हिंदी विवेक

Thu 11-Sep-2025,10:46 PM IST +05:30

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National Hindi Day 2025 award | हिंदी सेवी शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित करेगी हिंदी विवेक Hindi Sevi Shikshak Award 2025
  • हिंदी विवेक ने ‘हिंदी सेवी शिक्षक पुरस्कार’ 2025 से शुरू किया।

  • डॉ. शीतलाप्रसाद दुबे होंगे पहले पुरस्कार प्राप्तकर्ता।

  • हिंदी भाषा व साहित्य को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण प्रयास।

Maharashtra / Mumbai :

Mumbai / हिंदी विवेक मासिक पत्रिका द्वारा हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान देनेवाले शिक्षकों को प्रतिवर्ष ‘हिंदी सेवी शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा. हिंदी विवेक द्वारा इस वर्ष २०२५ से उक्त पुरस्कार प्रदान करने की शुरुआत की जाएगी, इसकी घोषणा हिंदी विवेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमोल पेडणेकर एवं हिंदी विवेक की कार्यकारी सम्पादक पल्लवी अनवेकर ने की है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में हिंदी विवेक द्वारा प्रकाशित ‘दीपस्तंभ’ ग्रंथ के विमोचन समारोह का आयोजन २१ सितम्बर को शाम ६.३० बजे मुंबई के विलेपार्ले पूर्व स्थित होटल आर्किड चेंबर हॉल में किया गया है. इसके साथ ही राष्ट्रीय हिंदी दिवस (१४ सितम्बर) एवं हिंदी पखवाड़ा के संयोग के अवसर पर उक्त भव्य विमोचन समारोह के दौरान रा. स्व. संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर और महाराष्ट्र के सूचना प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार के हाथों महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पूर्व कार्याध्यक्ष डॉ. शीतलाप्रसाद दुबे को इस प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस पुरस्कार के साथ ही 25 हजार रूपये पुरस्कार राशि, शाल, श्रीफल उन्हें प्रदान किया जाएगा.

महाराष्ट्र के हिंदी साहित्य क्षेत्र में डॉ. शीतला प्रसाद दुबे सुविख्यात नाम है. उन्होंने अनन्य भाव से हिंदी की बहुत सेवा की है और हिंदी भाषा को प्रोत्साहित करनेवाले अनेक साहित्य विभूतियों को अपने कार्यकाल के दौरान सम्मानित भी किया है. हिंदी भाषा के लिए विशेष योगदान देने के कारण उन्हें देश-विदेश से दर्जनों प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.

इन्होंने ”जयशंकर प्रसाद का गीतिकाव्य” विषय पर शोध कर डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। इनकी दो दर्जन मौलिक, संपादित पुस्तकें तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनके सैकड़ों लेख एवं शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। आकाशवाणी पर 40 से भी अधिक वार्ताएं तथा इनके लिखे कई रूपक भी प्रसारित हुए हैं।

इनके मार्गदर्शन में 26 विद्यार्थियों ने डॉक्टरेट तथा 17 विद्यार्थियों ने एम.फिल की उपाधि प्राप्त की है। मुंबई विश्वविद्यालय हिंदी अध्ययन मंडल की अध्यक्षता के साथ-साथ इन्होंने एकेडमिक काउंसिल, अनुसंधान मंडल, कला संकाय, बीसीयूडी समितियों के कार्यकारी सदस्य के दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। डॉ. दुबे अनेक स्वायत्त कॉलेज एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों की कई समितियों में सदस्य तथा अध्यक्ष हैं।

विदित हो कि राष्ट्र की संपर्क भाषा के रूप में हिंदी को स्थापित करने हेतु हिंदी विवेक पत्रिका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है और हिंदी के प्रचार-प्रसार एवं विस्तार में अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभा रही है. भाषा विवाद का विषय नहीं है बल्कि संवाद, समन्वय व सम्पर्क का माध्यम है और राष्ट्र बोध का प्रतिक है.

‘हिंदी, हिंदू, हिंदुस्थान, यही है हमारे राष्ट्र की सच्ची पहचान’.

इसलिए हिंदी को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय एकता-अखंडता को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से हिंदी विवेक द्वारा ‘हिंदी सेवी शिक्षक पुरस्कार’ प्रारम्भ किया गया है.