छांगुर बाबा कांड: धर्मांतरण और शोषण का खौफनाक चेहरा, पीड़िताओं ने लखनऊ में खोले राज
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छांगुर बाबा पर अवैध धर्मांतरण और शोषण के गंभीर आरोप।
पीड़िताओं ने प्रेस कांफ्रेंस में बयां किया अपना दर्द।
सिंडिकेट के ISI से लिंक और पुलिस की भूमिका पर सवाल।
Lucknow / उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया। यह प्रेस वार्ता किसी राजनीतिक दल की नहीं, बल्कि उन मासूम लड़कियों की थी जिन्होंने अपने जीवन के सबसे काले अध्याय को सामने लाकर देश के सामने एक कड़वी सच्चाई पेश की। ये लड़कियां किसी सामान्य घटना की नहीं, बल्कि एक संगठित धर्मांतरण और यौन शोषण सिंडिकेट की शिकार थीं, जिसका केंद्र बिंदु बताया जा रहा है — छांगुर बाबा।
मुंह पर दुपट्टा बांधे, आंखों में डर और न्याय की उम्मीद लिए इन लड़कियों ने अपनी व्यथा सुनाई। लखनऊ, सहारनपुर और औरेया की रहने वाली इन पीड़िताओं ने आरोप लगाया कि छांगुर बाबा और उसका नेटवर्क सोशल मीडिया के माध्यम से मासूम लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाता था। प्रेम के झूठे वादों में बांधकर, न केवल उनका जबरन धर्मांतरण कराया गया, बल्कि मानसिक और शारीरिक शोषण भी किया गया। इनका दावा है कि अब तक यह सिंडिकेट 5000 से ज्यादा लड़कियों का अवैध रूप से धर्मांतरण कर चुका है।
लखनऊ की एक पीड़िता ने खुलासा किया कि बाबा पर केस दर्ज होने के बाद भी दो और लड़कियों का हाल ही में जबरन धर्मांतरण कराया गया है। यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है। बताया गया कि नेपाल इस नेटवर्क की एक अहम कड़ी है, और वहां से इसका संपर्क ISI जैसे विदेशी संगठनों से भी जुड़ा हुआ है, जिससे देश की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
प्रेस कांफ्रेंस में सबसे चौंकाने वाला पहलू यह था कि पीड़िताओं ने यूपी पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। एक लड़की ने बताया कि केस को दबाने के लिए पुलिस अधिकारियों को 22 लाख रुपये घूस में दिए गए, जो मिठाई के डिब्बों में पहुंचाए गए थे। उसने दावा किया कि उसे जबरन ताबीज पहनाकर, फर्जी नाम से अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं दूसरी लड़की ने बताया कि एक युवक ने सोशल मीडिया पर खुद को राजू राठौर बताते हुए फंसाया, जबकि उसका असली नाम राशिद था। उसे सऊदी ले जाकर नौकरी का झांसा दिया गया, लेकिन वहां पर उसका शोषण हुआ।
औरैया की एक अन्य लड़की ने बताया कि उसके आरोपी ने उसकी मां को उसके पिता की शराब की लत छुड़ाने का लालच दिया। धीरे-धीरे वह घर में आने-जाने लगा और फिर उसका अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। आरोपी मेराज अंसारी का नाम सामने आया है, जिसका कनेक्शन भी छांगुर बाबा से बताया गया।
वीडियो कॉल के माध्यम से छांगुर बाबा ने उस लड़की का नाम बदलकर 'जैनब' रख दिया। इन सब बातों के बीच सबसे मार्मिक क्षण वह था जब सभी पीड़िताओं ने हिंदूवादी नेता गोपाल राय की मौजूदगी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भावुक अपील की — “हमें बचा लीजिए योगी जी, हमें इंसाफ चाहिए।”
इन खुलासों ने न सिर्फ छांगुर बाबा के नेटवर्क की क्रूरता को उजागर किया है, बल्कि यह भी बताया कि कैसे सिस्टम में बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकारी भी इस अपराध में हिस्सेदार हैं। अब यह देखना बाकी है कि योगी सरकार इस मामले में क्या ठोस कदम उठाती है और इन बेटियों को न्याय दिलाने की दिशा में कितनी तेजी से कार्रवाई होती है।