SRH ऑनर काव्या मारन से ब्लैकमेलिंग मामला: HCA अध्यक्ष जगन मोहन राव समेत 5 अधिकारी गिरफ्तार

Thu 10-Jul-2025,01:28 PM IST +05:30

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SRH ऑनर काव्या मारन से ब्लैकमेलिंग मामला: HCA अध्यक्ष जगन मोहन राव समेत 5 अधिकारी गिरफ्तार SRH ऑनर काव्या मारन से ब्लैकमेलिंग मामला
  • काव्या मारन की शिकायत पर HCA अध्यक्ष गिरफ्तार।

  • फ्री टिकट विवाद में SRH और HCA के बीच तनातनी।

  • तेलंगाना CID ने पांच अधिकारियों को लिया हिरासत में।

Telangana / Hyderabad :

Hyderabad / सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की मालिक काव्या मारन से ब्लैकमेलिंग और दुर्व्यवहार के आरोपों ने पूरे क्रिकेट जगत को हिला कर रख दिया है। इस गंभीर मामले में तेलंगाना की क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) ने हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष ए. जगन मोहन राव समेत 5 वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिन अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है, उनमें कोषाध्यक्ष सी. श्रीनिवास राव, सीईओ सुनील कांते, महासचिव राजेंद्र यादव और उनकी पत्नी जी. कविता शामिल हैं।

यह मामला तब सामने आया जब आईपीएल 2025 सीजन के दौरान SRH की ऑनर काव्या मारन ने BCCI और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल को एक औपचारिक शिकायत भेजी। उन्होंने आरोप लगाया कि HCA के वरिष्ठ पदाधिकारी टीम पर मुफ्त टिकट देने के लिए दबाव बना रहे हैं और ब्लैकमेल कर रहे हैं। शिकायत में कहा गया कि यदि मांगें पूरी नहीं की गईं, तो टीम को स्टेडियम में खेलने से रोका जा सकता है। SRH फ्रेंचाइजी ने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर यह स्थिति बनी रही, तो वे अपने घरेलू मैचों को हैदराबाद से बाहर किसी अन्य राज्य में शिफ्ट करने पर विचार करेंगे।

इस विवाद के तूल पकड़ते ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। इसके बाद तेलंगाना विजिलेंस कमीशन की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। रिपोर्ट में पाया गया कि HCA अध्यक्ष और अन्य अधिकारी आईपीएल फ्रेंचाइजी से निर्धारित 10% से भी अधिक टिकट की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं, कुछ अतिरिक्त टिकटों का उपयोग व्यक्तिगत लाभ के लिए बेचा गया, जो स्पष्ट रूप से नियमों का उल्लंघन है।

सबसे गंभीर आरोप यह है कि एक मैच के दौरान HCA अधिकारियों ने जानबूझकर कॉर्पोरेट बॉक्स को बंद करवा दिया ताकि SRH प्रबंधन पर दबाव बनाया जा सके और उन्हें और टिकट देने के लिए मजबूर किया जा सके। रिपोर्ट में इस कार्रवाई को “अनुचित, असंवैधानिक और संस्थागत ब्लैकमेलिंग” करार दिया गया है।

SRH की ओर से बीसीसीआई को भेजे गए ईमेल में यह भी उल्लेख किया गया कि हर सीजन में टिकटों का एक निश्चित हिस्सा – लगभग 5% – कॉम्प्लिमेंट्री पास के रूप में दिया जाता है, लेकिन HCA बार-बार अधिक टिकटों की मांग करता रहा। SRH अधिकारियों का कहना है कि यह सिलसिला पिछले कुछ सीजन से जारी है, लेकिन 2025 में इसकी तीव्रता और भी बढ़ गई।

CID ने इन सभी बिंदुओं के आधार पर जब जांच की, तो आरोपों की पुष्टि हुई और फौरन कार्रवाई करते हुए पांचों वरिष्ठ पदाधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया। इन सभी पर आर्थिक अनियमितता, पद के दुरुपयोग और क्रिकेट संस्था का निजी लाभ के लिए इस्तेमाल करने जैसे गंभीर आरोप दर्ज किए गए हैं।

यह मामला भारतीय क्रिकेट के प्रशासनिक ढांचे की पारदर्शिता और जवाबदेही पर बड़ा सवाल उठाता है। काव्या मारन जैसी प्रतिष्ठित फ्रेंचाइजी ऑनर को इस तरह से ब्लैकमेल करना न केवल महिला नेतृत्व के लिए अपमानजनक है, बल्कि खेल भावना के भी खिलाफ है। अब देखना यह होगा कि बीसीसीआई इस पर क्या सख्त कदम उठाता है और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कौन से नियम लागू करता है।