International Light Day 2025: विज्ञान, शिक्षा और विकास में प्रकाश की भूमिका
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प्रकाश विज्ञान का योगदान शिक्षा, चिकित्सा और संचार में क्रांतिकारी।
सतत विकास और जलवायु परिवर्तन समाधान में प्रकाश तकनीकों की भूमिका।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए STEM में फोटोनिक्स की पहल।
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस विज्ञान, संस्कृति, कला, शिक्षा, सतत विकास, चिकित्सा, संचार और ऊर्जा जैसे विविध क्षेत्रों में प्रकाश की भूमिका को समर्पित है। यह दिवस दुनिया भर में समाज के विभिन्न क्षेत्रों को एक साथ लाता है, ताकि वे गतिविधियों के माध्यम से यह प्रदर्शित कर सकें कि कैसे विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला और संस्कृति मिलकर यूनेस्को के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं। प्रकाश विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने समाज के विकास और सकारात्मक परिवर्तन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ये तकनीकें न केवल मानव संपर्क को बनाए रखने में सहायक हैं, बल्कि ऊर्जा उत्पादन, सतत विकास और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान भी प्रदान करती हैं। ये संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से सीधे जुड़ी हैं, जैसे गरीबी उन्मूलन, असमानता और अन्याय से लड़ना, तथा जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना।
प्रकाश आधारित तकनीकों ने संचार और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। फोटोनिक्स तकनीक इंटरनेट और संचार नेटवर्क के माध्यम से दुनिया को जोड़ती है, जिससे व्यापार, शिक्षा और पारदर्शिता बढ़ती है। यह शांति, न्याय और मजबूत संस्थाओं के निर्माण में सहायक है। चिकित्सा के क्षेत्र में प्रकाश तकनीकों का व्यापक उपयोग होता है, जिसमें पल्स ऑक्सीमीटर, इन्फ्रारेड थर्मामीटर, एंडोस्कोपी, लेप्रोस्कोपी और लेजर सर्जरी शामिल हैं। कैंसर उपचार में फोटोडायनामिक थेरेपी जैसी उन्नत तकनीकें भी प्रकाश पर आधारित हैं। कृषि के क्षेत्र में अग्रि-फोटोनिक्स मिट्टी और फसलों की निगरानी, सिंचाई प्रबंधन और ऑफ-सीजन खेती को संभव बनाता है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रकाश और ऑप्टिक्स आधारित तकनीकें छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के प्रति आकर्षित करती हैं। ये शिक्षण सामग्री सस्ती और सुलभ है, जो छात्रों को सक्रिय रूप से सीखने में मदद करती है। हालांकि, विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लैंगिक असमानता एक बड़ी चुनौती है। यूनेस्को की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाएं शोधकर्ताओं की कुल संख्या में केवल 28.4% हैं। इस अंतर को दूर करने के लिए फोटोनिक्स समुदाय ने कई पहल की हैं, जैसे महिला छात्रों को STEM करियर के लिए प्रोत्साहित करना और महिला वैज्ञानिकों के योगदान को उजागर करना।
संचार तकनीकों ने शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाया है। मोबाइल डिवाइस और ब्रॉडबैंड इंटरनेट दूरदराज के इलाकों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाने में सक्षम हैं। विकासशील देशों में मोबाइल ब्रॉडबैंड तेजी से बढ़ रहा है, जिससे डिजिटल शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच आसान हुई है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रकाश आधारित तकनीकों ने दूरस्थ चिकित्सा सेवाओं को संभव बनाया है, जिससे ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।
पानी की शुद्धता और उपलब्धता एक प्रमुख वैश्विक चुनौती है। प्रकाश आधारित तकनीकें जल शुद्धिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सौर ऊर्जा से चलने वाले जल शुद्धिकरण सिस्टम और एलईडी आधारित पोर्टेबल उपकरण पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने में मदद करते हैं। सतत ऊर्जा के क्षेत्र में सौर ऊर्जा एक प्रमुख समाधान है, खासकर विकासशील देशों में जहां डीजल जनरेटर के विकल्प की आवश्यकता है। सौर ऊर्जा न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि यह ऊर्जा की कमी से जूझ रहे समुदायों के लिए एक टिकाऊ विकल्प भी प्रदान करती है।
प्रकाश की उपलब्धता मानव विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। विकासशील देशों में अभी भी कई लोग मिट्टी के तेल के दीपक का उपयोग करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सौर ऊर्जा से चलने वाले एलईडी लैंप ने इस समस्या का एक सुरक्षित और किफायती समाधान प्रदान किया है। यह न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि शिक्षा और उत्पादकता को भी बढ़ावा देता है।
जलवायु परिवर्तन की निगरानी में भी प्रकाश तकनीकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उपग्रहों में लगे सेंसर और रेडियोमीटर पृथ्वी की सतह से विकिरण का विश्लेषण करते हैं, जिससे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। यह डेटा वैज्ञानिकों को महासागरीय धाराओं, वायु प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन जैसी जानकारियां प्रदान करता है, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक हैं।
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस हमें यह याद दिलाता है कि प्रकाश केवल एक भौतिक घटना नहीं है, बल्कि यह मानव विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण साधन है। प्रकाश आधारित तकनीकों के माध्यम से हम एक टिकाऊ और समृद्ध भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
निष्कर्ष
अंतर्राष्ट्रीय प्रकाश दिवस हमें यह याद दिलाता है कि प्रकाश केवल एक भौतिक घटना नहीं है, बल्कि यह मानव विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण साधन है। प्रकाश आधारित तकनीकों के माध्यम से हम एक टिकाऊ और समृद्ध भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
"प्रकाश से उज्जवल भविष्य की ओर"
By Sweety Kumari : स्वतंत्र लेखक (Degital Media)
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