Covid-19 Update | भारत में फिर बढ़े कोविड-19 के केस, JN.1 वेरिएंट की रफ्तार तेज, NB.1.8.1 और LF.7 पर निगरानी

Sun 25-May-2025,09:12 PM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

Covid-19 Update | भारत में फिर बढ़े कोविड-19 के केस, JN.1 वेरिएंट की रफ्तार तेज, NB.1.8.1 और LF.7 पर निगरानी COVID VIRUS Update 2025
  • शानदार बादलों की प्राकृतिक बनावट और नीला आसमान।

  • चलती ट्रेन और चिड़ियों के साथ जीवन के गतिशील दृश्य।

  • प्रकृति और शहरी जीवन का सुंदर संयोजन।

Maharashtra / Mumbai :

भारत में एक बार फिर से कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में तेजी देखी जा रही है। दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात जैसे राज्यों में नए मामले सामने आए हैं। इसके अलावा कई अन्य राज्य भी सतर्क हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अपनी एजेंसियों के माध्यम से निगरानी कर रहा है। इन सबके बीच महाराष्ट्र के ठाणे और कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक-एक मरीज की कोरोना संक्रमण के बाद मौत हुई है। यह घटनाएं चिंता का कारण तो बनी हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है।

भारत में फिलहाल सबसे ज्यादा मामले कोविड-19 के JN.1 वेरिएंट के हैं, जो तेजी से फैलने वाला वेरिएंट माना जा रहा है। जांचे गए सैंपल में 53 प्रतिशत मामलों में JN.1 वेरिएंट की पुष्टि हुई है। इसके अलावा 26 प्रतिशत मामलों में BA.2 वेरिएंट और 20 प्रतिशत मामलों में अन्य ओमिक्रॉन सबलाइनेज पाए गए हैं। इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्शियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार भारत में कोविड-19 के दो नए उभरते वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के मामले भी मिले हैं। इनमें से NB.1.8.1 का एक मामला और LF.7 के चार मामले सामने आए हैं।

JN.1 वेरिएंट को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट जानलेवा नहीं है, लेकिन इसका संक्रमण तेजी से फैलता है। दिल्ली के डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों में अधिकतर लक्षण हल्के हैं और घबराने की आवश्यकता नहीं है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क के प्रवक्ता डॉ. ध्रुव चौहान ने बताया कि JN.1 गंभीर नहीं है, लेकिन संक्रमण से बचने के लिए सावधानी जरूरी है। हाथों की स्वच्छता, मास्क का प्रयोग और भीड़ से दूरी बनाए रखना अभी भी अहम है।

हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे में 21 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई, जो गंभीर डायबिटीज से पीड़ित था। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी मौत कोविड के कारण नहीं बल्कि उसकी पुरानी बीमारियों की वजह से हुई। वहीं बेंगलुरु में 84 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत हुई है, जिन्हें कोविड संक्रमण के साथ अन्य बीमारियां भी थीं। इन दोनों ही मामलों में मरीजों की हालत पहले से ही गंभीर थी।

NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फिलहाल "वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग" की श्रेणी में रखा है, यानी इन पर नजर रखी जा रही है लेकिन इन्हें अभी तक "वेरिएंट ऑफ कंसर्न" नहीं माना गया है। WHO के मुताबिक NB.1.8.1 के स्पाइक प्रोटीन में पाए गए म्यूटेशन इसे अधिक संक्रामक बना सकते हैं और यह इम्यूनिटी को भी प्रभावित कर सकते हैं। हालांकि इसके प्रभाव को लेकर फिलहाल वैश्विक स्तर पर गंभीर खतरे की बात नहीं कही गई है।

कोविड की रोकथाम के लिए डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, बीमार महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह लें और बूस्टर डोज सहित वैक्सीन की सभी खुराक समय पर लें।

देशभर में एक्टिव केस की संख्या 250 से अधिक हो गई है। कर्नाटक में अब तक 38 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 32 अकेले बेंगलुरु से हैं। महाराष्ट्र के ठाणे में कोविड के 18 एक्टिव केस हैं और 8 नए केस शनिवार को दर्ज हुए। मुंबई में मई में अब तक 95 केस आ चुके हैं, जिनमें से 16 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में क्रमश: 1 और 4 मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में कोविड के 23 नए मामले सामने आए हैं। ऋषिकेश में दो केस मिले हैं जिनमें से एक गुजरात का यात्री है। हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद से 4 मामले दर्ज हुए हैं। केरल में मई में 273 मामले सामने आए जबकि आंध्र प्रदेश में 4 केस आए हैं। गुजरात में लंबे समय बाद 15 केस मिले हैं, जिनमें से अधिकांश अहमदाबाद से हैं।

स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है। इसलिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, नियमों का पालन करें और अफवाहों से बचें।