दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए एआई सम्मेलन 2025 – समावेशी और सुलभ भविष्य की ओर

Thu 29-May-2025,01:27 PM IST +05:30

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दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए एआई सम्मेलन 2025 – समावेशी और सुलभ भविष्य की ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से दिव्यांगजनों के लिए समावेशी, सुलभ और सहायक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल।
  • दिव्यांगजनों के लिए एआई आधारित सुलभ समाधान पर राष्ट्रीय सम्मेलन।

  • वैश्विक विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स की भागीदारी के साथ तकनीकी नवाचारों का प्रदर्शन।

  • समावेशी भारत के लिए एआई के सहायक उपयोग पर विचार और मार्गदर्शन।

Karnataka / Bengaluru :

Bengaluru / दिव्यांगजनों के लिए समावेशी, सुलभ और सहायक तकनीकी समाधान विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) और भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (ALIMCO) द्वारा बेंगलुरु में 30 मई 2025 को एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की भूमिका को रेखांकित करना है, जिससे दिव्यांगजनों के जीवन में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सके।

इस सम्मेलन में देश-विदेश के प्रमुख शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, तकनीकी विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, स्टार्टअप्स और विविध हितधारकों की भागीदारी देखने को मिलेगी। वे सभी एआई की सहायता से दिव्यांगजनों के लिए विकसित की जा रही अत्याधुनिक तकनीकों पर चर्चा करेंगे, अपने नवाचारों को प्रस्तुत करेंगे और सहायक उपकरणों को और अधिक उपयोगी व प्रभावशाली बनाने के सुझाव साझा करेंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत DEPwD के सचिव श्री राजेश अग्रवाल के विशेष भाषण से होगी। उनके साथ आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर पीवीएम राव और अमेरिका की बफेलो यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर वेणु गोविंदराजू जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में “मिशन एआई एक्सेसिबिलिटी”, “राष्ट्रीय दिव्यांगता सहायता एआई चैट बॉट” और “यूनिफाइड बेनिफिट्स इंटरफेस (UBI)” जैसे महत्वपूर्ण सत्र होंगे, जिनमें एआई के माध्यम से दिव्यांगजनों की सहायता में हो रहे बदलावों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

सम्मेलन के मुख्य आकर्षणों में शामिल होंगे विविध पैनल चर्चाएं, जिनमें IIT, AIIMS, OpenAI, अनुवादिनी, CSIO, सर्वम एआई और कार्या इंक जैसी संस्थाओं की भागीदारी रहेगी। यह चर्चा समावेशी भारत के निर्माण में नवाचार की भूमिका को स्पष्ट करेगी। माइक्रोसॉफ्ट, लेनोवो, भाषिनी, स्टैकजेन और इक्विबींग फाउंडेशन जैसी प्रमुख कंपनियां भी अपने सहायक तकनीकी समाधानों को प्रस्तुत करेंगी। इस अवसर पर अनेक लाभार्थी और तकनीकी उद्यमी अपने अनुभव साझा करेंगे, जिनमें एकांश अग्रवाल (स्वर स्मार्ट सॉल्यूशंस), गोपीकृष्णन एस. (सनवा.एआई), और अरमान अली (एनसीपीईडीपी) जैसे प्रेरणादायी वक्ता होंगे।

सम्मेलन के दौरान टेक्नोलॉजी प्रदर्शन का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें इंडिया एआई चैलेंज के अंतर्गत चयनित स्टार्टअप्स और वैश्विक नवोन्मेषक, जैसे डॉट इंक (दक्षिण कोरिया), टॉर्चिट, सोहम इनोवेशन लैब्स, इंडिक एआई, बैरियर ब्रेक और ख्याल जैसे संगठन अपने सहायक उपकरणों को प्रदर्शित करेंगे। ये नवाचार दृष्टिहीनता, श्रवण बाधा, गतिशीलता में कठिनाई और बहु-दिव्यांगता से जूझ रहे लोगों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए हैं।

इस पूरे सम्मेलन को एक सकारात्मक और जीवंत रंग देने के लिए “मिरेकल्स ऑन व्हील्स” नामक एक सांस्कृतिक प्रस्तुति भी आयोजित की जाएगी, जो दिव्यांगजनों की प्रतिभा और लचीलापन का उत्सव मनाएगी। कार्यक्रम का समापन एक संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र और श्री राजेश अग्रवाल द्वारा ‘आगे की राह’ विषय पर अंतिम संबोधन से होगा। यह सम्मेलन समावेशी एआई विकास के लिए भावी रणनीति तय करने और सहयोग की संभावनाओं को मजबूत करने का एक निर्णायक मंच बनेगा।