Puri / ओडिशा के पुरी जिले में रविवार सुबह भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान हुए हादसे में तीन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि छह से सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह भगदड़ श्री गुंडिचा मंदिर के पास सरधाबली इलाके में उस समय मची जब बड़ी संख्या में भक्त रथ खींचने के बाद दर्शन हेतु एकत्र हुए थे। घटना तड़के लगभग 4 बजे घटी, जब भीड़ पर नियंत्रण खो बैठा गया।
पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ एस. स्वैन ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि रथयात्रा उत्सव देखने के लिए हजारों लोग मंदिर क्षेत्र में एकत्र हुए थे, उसी दौरान भीड़ की घनता बढ़ने से दम घुटने और दबने से मौतें हुईं। मृतकों की पहचान बसंती साहू (बोलागढ़), प्रेमकांत मोहंती और प्रवती दास (बालिपटना) के रूप में हुई है। घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में चल रहा है, जिनमें से छह की हालत नाजुक है।
ओडिशा के विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि यह हादसा अत्यधिक भीड़ और प्रबंधन की खामियों के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से बात हुई है, डीजीपी को मौके पर भेजा गया है और जांच जारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि प्रबंधन असंगठित था, वीआईपी के लिए विशेष रास्ता बना देने और आम लोगों को जबरन बाहर निकालने से निकास द्वार पर दबाव बढ़ा। कई अनधिकृत वाहन भी मंदिर क्षेत्र में प्रवेश कर गए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
इस दुर्घटना ने पुरी प्रशासन की तैयारियों और भीड़ नियंत्रण व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन को भविष्य में ऐसे धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की दुखद घटनाएं दोबारा न हों।