रांची धुर्वा डैम हादसा: कार डूबने से तीन की मौत, पुलिस बॉडीगार्ड और चालक मिले मृत
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Ranchi Dhurwa Dam accident
धुर्वा डैम में डूबी कार से तीन शव बरामद.
दो पुलिस बॉडीगार्ड और चालक की मौत, जांच जारी.
चौथे व्यक्ति की आशंका, सर्च ऑपरेशन तेज.
Ranchi / रांची में शनिवार सुबह धुर्वा डैम से मिली तीन शवों की खबर ने पूरे झारखंड को झकझोर कर रख दिया। यह घटना जितनी दर्दनाक है, उतनी ही सवालों से घिरी हुई भी दिख रही है। सुबह करीब 6 बजे स्थानीय लोगों ने डैम के अंदर एक सफेद कार को पानी में डूबा हुआ देखा। जैसे ही इसकी सूचना पुलिस को दी गई, वहां माहौल सनसनीखेज हो गया। कुछ ही देर में नगरी थाना की टीम और विशेष रेस्क्यू दल मौके पर पहुंच गए। जेसीबी और गोताखोरों की मदद से काफी मशक्कत के बाद कार को बाहर निकाला गया। कार पूरी तरह बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी, और उसके भीतर मिले दृश्य ने सबको सन्न कर दिया—तीनों लोग मृत पाए गए।
मृतकों की पहचान पुलिस जवान सत्येंद्र कुमार, उपेंद्र कुमार सिंह और जमशेदपुर कोर्ट के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज के सरकारी वाहन चालक रोबिन कुमार के रूप में हुई है। तीनों शुक्रवार देर रात से लापता बताए जा रहे थे, लेकिन यह किसी को नहीं पता था कि उनका वाहन धुर्वा डैम में डूब चुका है। कार से ही जवानों के दो सरकारी हथियार भी बरामद किए गए हैं, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।
शुरुआती जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि रात में तेज गति या कम दृश्यता की वजह से कार अनियंत्रित होकर सीधे डैम में जा गिरी होगी। डैम की गहराई अधिक होने के कारण कार तेजी से पानी में समा गई और शायद तीनों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। ठंड के मौसम में रात के समय पानी और भी खतरनाक हो जाता है, जिससे बचने की संभावना कम हो जाती है। हालांकि पुलिस इन सभी प्रारंभिक अनुमानों को अंतिम नहीं मान रही है और हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच आगे बढ़ा रही है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस को शक है कि कार में चौथा व्यक्ति भी मौजूद हो सकता था। इसी वजह से गोताखोरों की टीम लगातार डैम के आसपास का इलाका खंगाल रही है। पानी की गहराई और तेज ठंड के बावजूद खोज अभियान जारी है। नगरी थाना प्रभारी ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है, ताकि मौत की सही वजह सामने आ सके।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतनी रात और इतनी ठंड में पुलिस जवान और चालक आखिर डैम क्षेत्र में क्यों गए थे? क्या वे किसी आधिकारिक ड्यूटी पर थे? या किसी निजी वजह से वहां पहुंचे थे? इन सवालों के जवाब फिलहाल जांच पर ही निर्भर करते हैं। वरिष्ठ अधिकारी इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। परिवारों में मातम पसरा हुआ है, और पुलिस विभाग में भी शोक की लहर है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह मात्र हादसा था या इसके पीछे कोई और कारण भी छिपा है। रांची की यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि कई अनुत्तरित सवालों के साथ एक गहरी त्रासदी है, जिसने पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया है।