परिवार के लोग सुबह करीब 8 बजे तक भी घर से किसी के बाहर न आने पर चिंतित हुए। ठंड की वजह से उन्हें शुरुआत में लगा कि शायद सभी देर तक सो रहे होंगे, पर जब दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला, तो शक गहरा गया। रोज़ अली की बहन रुबीना ने खिड़की से झांककर देखा, तो अंदर का नजारा देखकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। पूरा परिवार निर्जीव हालत में पड़ा था। वह चीखते हुए बाहर आई और तुरंत परिवार, रिश्तेदार और पड़ोसी इकट्ठा हो गए। दरवाजा तोड़कर अंदर जाया गया, लेकिन तब तक सब खत्म हो चुका था।
रोज़ अली पिछले कई वर्षों से अपनी पत्नी शहनाज और तीनों बच्चों—गुलनाज, तबस्सुम और छोटे मोइन—के साथ मुंबई में रहता था। वह करीब 5-6 महीने बाद गांव लौटा था। उसकी बहन की शादी का रिश्ता तय करना था और गांव में मेला भी लगा था, इसलिए पूरा परिवार साथ आया था। उसकी सौतेली मां फातिमा ने बताया कि शहनाज रोज़ सुबह उनके पास आती थी, थोड़ी देर बैठती थी, बातें करती थी और बच्चे भी वहीं खेलते थे। उस दिन सुबह जब वे नहीं आए, तभी शक हुआ।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत जांच शुरू कर दी है। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीमों को बुलाया गया है। कमरे की हालत देखकर भी कोई साफ निष्कर्ष नहीं निकला। कमरे में ज्यादा सामान नहीं था, बस कुछ कपड़े इधर-उधर बिखरे हुए दिखे। दरवाजा अंदर से बंद था, जिससे पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच कर रही है।
रोज़ अली के घर की संरचना भी जांच का हिस्सा बनी है। घर के बाहर से सीढ़ी सीधे छत पर जाती है और उसी के पास कमरे का दरवाजा है। ऐसे में यह भी देखा जा रहा है कि कहीं किसी ने बाहर से अंदर घुसने या निकलने की कोशिश तो नहीं की। हालांकि अभी तक किसी तरह के संघर्ष या जबरन प्रवेश के सबूत नहीं मिले हैं।
गांव में कई तरह की चर्चाएं फैल चुकी हैं। कोई आत्महत्या की आशंका जता रहा है, तो कुछ लोग हत्या की ओर संकेत देते हैं। लेकिन असली कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ सकेगा। पुलिस का कहना है कि परिवार के लोग सदमे में हैं और फिलहाल कोई साफ बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।
पांच लोगों की एक साथ मौत ने पूरे गांव में मातम फैला दिया है। रिश्तेदार रो-रोकर बेहाल हैं और गांव के लोग भी शोक में डूबे हैं। यह घटना इतनी दर्दनाक है कि इसे सुनकर ही मन भारी हो जाता है। अब सभी की नजर पुलिस जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी है, जो इस रहस्य से पर्दा उठाएगी कि आखिर इस परिवार के साथ ऐसा क्या हुआ।