जम्मू-कश्मीर के 12 पर्यटन स्थल फिर खुले, पर्यटन उद्योग में लौटी रौनक
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जम्मू-कश्मीर के 12 पर्यटन स्थल आज से फिर खुले.
कश्मीर के 7 और जम्मू के 5 स्थल शामिल.
होटल व्यवसायी संघ ने पीएम मोदी को दिवाली पर कश्मीर आने का निमंत्रण दिया.
Jammu / जम्मू-कश्मीर से एक राहतभरी खबर सामने आई है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद बंद किए गए 12 पर्यटन स्थलों को आज से पर्यटकों के लिए फिर से खोल दिया गया है। इनमें से सात पर्यटन स्थल कश्मीर में और पाँच जम्मू क्षेत्र में स्थित हैं। सरकार के इस फैसले ने न केवल स्थानीय लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है बल्कि पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों में भी नया उत्साह भर दिया है।
कश्मीर के सात खूबसूरत स्थलों में से अधिकतर अनंतनाग और पहलगाम क्षेत्र में आते हैं। लंबे समय तक बंद रहने के कारण यहां के होटल व्यवसायियों और स्थानीय व्यापारियों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। अब इन स्थलों को फिर से खोलने से उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पर्यटन उद्योग में रौनक लौट आएगी।
इस फैसले का स्वागत करते हुए होटल व्यवसायी संघ के अध्यक्ष तारिक अहमद गनई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिवाली के मौके पर कश्मीर आने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा, “हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हैं। हमें विश्वास है कि पूजा की छुट्टियां और शीतकालीन पर्यटन कश्मीर में नई बहार लाएंगे। हम यह भी चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली पर कश्मीर आएं। पहलगाम आतंकी हमले ने पर्यटन उद्योग को बहुत बड़ा झटका दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री का दौरा दुनिया को यह सकारात्मक संदेश देगा कि कश्मीर सुरक्षित है।”
तारिक गनई ने आगे बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पर्यटन स्थलों के बंद होने से न केवल पर्यटक निराश हुए बल्कि हजारों स्थानीय परिवारों की आजीविका पर भी असर पड़ा। लेकिन अब जब सरकार ने इन स्थलों को फिर से खोल दिया है तो यह एक सराहनीय कदम है, जिससे देश और दुनिया को यह संदेश गया है कि कश्मीर पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि वर्ष 2026 तक कश्मीर एक बार फिर सैलानियों से गुलजार हो जाएगा। गनई ने बताया कि वर्तमान में कश्मीर घूमने आए पर्यटकों का उत्साह देखने लायक है। लोग बिना किसी डर के घाटी के विभिन्न खूबसूरत स्थलों की सैर कर रहे हैं। पर्यटक खुलकर कह रहे हैं कि यहां की वादियाँ, वातावरण और लोग सच में धरती पर स्वर्ग का अहसास कराते हैं।
पर्यटकों का यह भी कहना है कि सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय सही समय पर हुआ है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद जिस भय का माहौल बना था, अब वह धीरे-धीरे खत्म होता दिखाई दे रहा है। पर्यटक मानते हैं कि कश्मीर अब सुरक्षित है और वे यहां खुलकर अपनी छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं।
बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार ने एहतियातन 48 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया था। पहले चरण में 16 पर्यटन स्थलों को खोला गया और अब दूसरे चरण में 12 स्थलों को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। इन 12 स्थलों में पाँच जम्मू क्षेत्र में और सात कश्मीर क्षेत्र में आते हैं।
इन स्थलों को खोलने का निर्णय 26 सितंबर, 2025 को श्रीनगर स्थित राजभवन में सुरक्षा एजेंसियों की एकीकृत मुख्यालय (UHQ) बैठक में लिया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार का यह फैसला न केवल पर्यटन उद्योग को मजबूती देगा बल्कि कश्मीर के माहौल में भी नई खुशी और स्थिरता लेकर आएगा।