छत्तीसगढ़ के कांकेर में 21 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, ‘पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन’ अभियान का असर

Sun 26-Oct-2025,09:45 PM IST +05:30

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छत्तीसगढ़ के कांकेर में 21 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, ‘पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन’ अभियान का असर Chhattisgarh Naxalite surrender 2025
  • कांकेर में 21 नक्सलियों का सामूहिक आत्मसमर्पण.

  • ‘पूना मारगेम’ योजना से प्रभावित होकर मुख्यधारा में वापसी.

  • हथियारों के साथ नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग छोड़ा.

Chhattisgarh / Kanker :

Kanker / छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में नक्सल विरोधी अभियान को एक बड़ी सफलता मिली है। जिले में 21 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आत्मसमर्पण ‘पूना मारगेम: पुनर्वास से पुनर्जीवन’ पहल से प्रेरित होकर हुआ है, जिसके तहत नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। इनमें से 18 नक्सलियों ने अपने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया है।

अधिकारियों के अनुसार, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली केशकल डिवीजन (नॉर्थ सब ज़ोनल ब्यूरो) के कुएमारी/किसकोडो एरिया कमेटी से संबंधित हैं। इन 21 नक्सलियों में से एक डिवीजन कमेटी के सचिव मुकेश भी शामिल है, जो लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय था। पुलिस के मुताबिक, आत्मसमर्पण करने वालों में चार डीवीसीएम (डिवीजन वाइस कमेटी मेंबर), नौ एसीएम (एरिया कमेटी मेंबर) और आठ पार्टी सदस्य शामिल हैं। इनमें 13 महिला नक्सली और आठ पुरुष नक्सली हैं, जिन्होंने हिंसा का मार्ग छोड़कर समाज में सम्मानजनक जीवन जीने का निर्णय लिया है।

सुरक्षाबलों ने बताया कि नक्सलियों ने जो हथियार जमा किए हैं, उनमें तीन एके-47 राइफल, चार एसएलआर राइफल, दो इंसास राइफल, छह .303 राइफल, दो सिंगल शॉट राइफल और एक बीजीएल (बारूद ग्रेनेड लॉन्चर) शामिल हैं। पुलिस और प्रशासन ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों के पुनर्वास के लिए आवश्यक कानूनी और सामाजिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्हें सरकारी योजनाओं के तहत रोजगार, आवास और सुरक्षा का लाभ प्रदान किया जाएगा ताकि वे दोबारा हिंसा के रास्ते पर न लौटें।

यह आत्मसमर्पण छत्तीसगढ़ में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। हाल के महीनों में राज्य में नक्सलियों के आत्मसमर्पण का सिलसिला तेज़ हुआ है। 17 अक्टूबर को जगदलपुर में 153 हथियारों के साथ 210 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। वहीं, दो अक्टूबर को बीजापुर जिले में 103 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जिनमें से 49 पर कुल 1.06 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम घोषित था।

गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में अपने बस्तर प्रवास के दौरान नक्सलियों से हथियार छोड़ने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सल समस्या समाप्त करने का संकल्प लिया है। कांकेर में हुआ यह आत्मसमर्पण उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस घटना ने यह संदेश दिया है कि सरकार की पुनर्वास नीतियों और सुरक्षाबलों की रणनीति का असर अब जमीन पर दिखाई देने लगा है।

छत्तीसगढ़ में बदलते हालात यह संकेत देते हैं कि नक्सल प्रभावित इलाकों में अब शांति, विकास और पुनर्वास की राह मजबूत हो रही है