हरिद्वार से प्रश्नपत्र लीक मामला | उत्तराखंड UKSSSC ग्रेजुएट लेवल परीक्षा रद्द, तीन महीने में होगी नई परीक्षा
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UKSSSC graduate level exam cancelled
UKSSSC ने पेपर लीक के बाद ग्रेजुएट लेवल परीक्षा रद्द की.
हरिद्वार परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक होने से हड़कंप.
नई परीक्षा तीन महीने में पारदर्शी तरीके से होगी आयोजित.
Haridwar / उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने शनिवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए ग्रेजुएट लेवल भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। आयोग ने यह निर्णय उस समय लिया जब परीक्षा के प्रश्नपत्र की तीन पन्ने कथित रूप से हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से लीक हो गए। इस घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया और अभ्यर्थियों में भारी आक्रोश फैल गया। कई जिलों में उम्मीदवारों ने परीक्षा रद्द करने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया।
आयोग के अध्यक्ष जी. एस. मार्तोलिया ने बताया कि “21 सितंबर को आयोजित ग्रेजुएट लेवल परीक्षा, जो विभिन्न सरकारी विभागों में 416 पदों के लिए हुई थी, उसे तत्काल प्रभाव से रद्द किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि आयोग अब इस परीक्षा को “पूरी पारदर्शिता” के साथ दोबारा आयोजित करेगा। नई परीक्षा तीन महीने के भीतर कराई जाएगी और इसकी नई तिथि शीघ्र घोषित की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, प्रश्नपत्र लीक की यह घटना हरिद्वार जिले के एक परीक्षा केंद्र से सामने आई, जहां से कथित रूप से तीन पन्नों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। इस लीक के सामने आने के बाद आयोग ने तुरंत जांच शुरू की और स्थानीय प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कुछ केंद्रों पर परीक्षा सुरक्षा में लापरवाही बरती गई थी।
ईमानदार अभ्यर्थियों ने इस पेपर लीक को “उनकी मेहनत के साथ धोखा” बताया। कई छात्रों ने देहरादून और हरिद्वार में सड़क पर उतरकर नारेबाजी की और परीक्षा को दोबारा आयोजित करने की मांग की। विरोध के बाद सरकार और आयोग दोनों ने मामले को गंभीरता से लिया और पेपर लीक गैंग की पहचान के लिए साइबर टीम और एसआईटी को जांच सौंपी गई है।
अध्यक्ष मार्तोलिया ने कहा कि आयोग भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए परीक्षा प्रक्रिया को डिजिटल रूप से सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके तहत परीक्षा केंद्रों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी और प्रश्नपत्र की छपाई व वितरण प्रणाली में एन्क्रिप्शन तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों में UKSSSC कई बार परीक्षा लीक विवादों में घिर चुका है। 2022 में भी स्नातक स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां हुई थीं। इस बार फिर पेपर लीक की खबर सामने आने से आयोग की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
राज्य सरकार ने कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी की भूमिका इसमें पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अभ्यर्थियों को भरोसा दिलाते हुए आयोग ने कहा कि नई परीक्षा निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित वातावरण में कराई जाएगी ताकि किसी भी मेहनती उम्मीदवार के साथ अन्याय न हो सके।
यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी है कि भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना आवश्यक है, ताकि युवाओं का विश्वास व्यवस्था में बना रहे और उन्हें उनकी मेहनत का न्यायपूर्ण परिणाम मिल सके।