IMD Red Alert | दार्जिलिंग मिरिक पुल हादसा 2025: भारी बारिश से 9 मौतें, बचाव अभियान जारी
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

मिरिक दुडिया आयरन ब्रिज हादसा 2025.
भारी बारिश और भूस्खलन से दार्जिलिंग में मौतें.
राहत और बचाव अभियान एनडीआरएफ द्वारा जारी.
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया दुख.
Darjeeling / दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल, मिरिक इलाके में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण दुडिया आयरन ब्रिज ढह गया, जिससे कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है और दो अन्य लापता हैं। यह पुल मिरिक और आसपास के क्षेत्रों को सिलीगुड़ी-कुर्सियांग से जोड़ता था। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया है, लेकिन भूस्खलन और बाढ़ के खतरे के कारण ऑपरेशन में कठिनाई आ रही है।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मिरिक में अब तक 6 मौतें दर्ज की गई हैं। सौरानी (धारा गांव) में 3, मिरिक बस्ती में 2 और विष्णु गांव में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। भूस्खलन के कारण कई घर बह गए हैं, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और दूरदराज के गांवों का संपर्क टूट गया है। एनडीआरएफ और जिला प्रशासन ने प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है और अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। पीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा, "दार्जिलिंग में एक पुल दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।" पीएम ने आगे कहा कि प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है और दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी, ताकि भारी बारिश से हुए तबाही का आकलन किया जा सके। इसके साथ ही, भूस्खलन और गिरने वाले पेड़ों के कारण दार्जिलिंग की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग बंद हो गए हैं। अब कुर्सियांग और दार्जिलिंग पहुंचने के लिए केवल पंखाबाड़ी और एनएच 110 ही खुले हैं।
उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने इस स्थिति को चिंताजनक बताया और मिरिक और दार्जिलिंग में कुल 17 लोगों की मौत की बात कही, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिसलन और मलबे की वजह से बचाव कार्य में काफी कठिनाई हो रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दार्जिलिंग, मिरिक और कलिम्पोंग सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में 6 अक्टूबर तक अत्यधिक भारी वर्षा के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि संतृप्त मिट्टी की वजह से और अधिक भूस्खलन और सड़क अवरोध की संभावना है। प्राथमिकता अब मिरिक झील के पास लापता लोगों को खोजने और संपर्क से कटे इलाकों को जोड़ने की है।
स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एनजीओ लगातार राहत कार्य कर रहे हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है और प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान रात भर जारी रहेगा। भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित इलाकों में प्रशासन सतर्क है और प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है।