बिहार चुनाव के बाद नई सरकार गठन की तैयारी तेज, नीतीश के दोबारा सीएम बनने के संकेत
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Bihar election result update
चुनाव परिणामों के बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू.
एनडीए को 202 सीटें, नीतीश कुमार के फिर से सीएम बनने के संकेत.
राज्यपाल को सौंप दी गई 243 विधायकों की सूची.
Bihar / बिहार में विधानसभा चुनाव के खत्म होने के बाद राजनीतिक गतिविधियां एक बार फिर तेज हो गई हैं। जैसे ही आदर्श आचार संहिता हटाई गई, राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया को गति मिल गई। रविवार शाम को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल पटना स्थित राजभवन पहुंचे और उन्होंने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सभी 243 नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी। इस दौरान भारत निर्वाचन आयोग के प्रधान सचिव अरविंद आनंद भी उनके साथ मौजूद रहे। इसी के साथ चुनाव प्रक्रिया का औपचारिक हिस्सा समाप्त हुआ और सत्ता परिवर्तन या सत्ता के पुनर्गठन का रास्ता साफ हो गया।
बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा 6 अक्टूबर को हुई थी, जिसके साथ ही राज्यभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। उसके बाद दो चरणों में मतदान हुआ और मतगणना के बाद 14 नवंबर को नतीजे घोषित किए गए। इस चुनाव में एनडीए ने एकतरफा बढ़त हासिल करते हुए 202 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि महागठबंधन मात्र 35 सीटों तक सीमित रह गया। लोगों के जनादेश ने अब साफ कर दिया है कि अगली सरकार भी एनडीए गठबंधन की ही बनने जा रही है।
इस बीच पटना से दिल्ली तक राजनीतिक हलचलें जारी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर लगातार एनडीए नेताओं का आना-जाना लगा हुआ है। चुनाव परिणामों के बाद से ही यह स्पष्ट माना जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि यह केवल अटकलें नहीं हैं—क्योंकि दिल्ली से भी बड़े नेताओं की बैठकों की खबरें सामने आ रही हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आवास पर जेडीयू और बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमें नई सरकार के गठन और कैबिनेट के आकार पर चर्चा की गई बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार सोमवार को मौजूदा कैबिनेट की बैठक हो सकती है। इस बैठक के बाद माना जा रहा है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। यह इस्तीफा महज औपचारिकता होगी, क्योंकि नए सिरे से सरकार निर्माण का यही संवैधानिक प्रारूप है। इस्तीफे के बाद एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नीतीश को ही नेता चुना जाएगा। उसके बाद वे राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
नीतीश कुमार के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावना इसलिए भी मजबूत है क्योंकि एनडीए ने चुनाव में भारी जीत दर्ज की है और जेडीयू तथा बीजेपी के बीच समन्वय अब पहले से बेहतर दिख रहा है। बीते वर्षों में कई उतार-चढ़ाव देख चुके बिहार की राजनीति इस बार अपेक्षाकृत शांत और सीधे रास्ते पर चलती दिख रही है।
अब राज्यभर की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नई सरकार का शपथ ग्रहण कब होगा। राजभवन की ओर से शपथ की तारीख का ऐलान जल्द ही किए जाने की संभावना है। बिहार में नई सरकार के गठन के साथ एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू होने वाला है, और जनता की उम्मीदें नई नीतियों, बेहतर प्रशासन और स्थिर नेतृत्व की ओर टिकी हुई हैं।