लश्कर कमांडर के दावे: हाफिज सईद का बांग्लादेश रूट से भारत पर हमले की साजिश?

Sun 09-Nov-2025,12:05 PM IST +05:30

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लश्कर कमांडर के दावे: हाफिज सईद का बांग्लादेश रूट से भारत पर हमले की साजिश? Lashkar commander Saifullah Saif claims
  • लश्कर कमांडर का दावा: हाफिज सईद की नई साजिश.

  • बांग्लादेश को “लॉन्चपैड” बताने पर उठे सुरक्षा सवाल.

  • वायरल वीडियो की स्वतंत्र जांच की जरूरत.

Delhi / Delhi :

Delhi / यह वीडियो सामने आने के बाद कई तरह की चिंताएँ एक साथ उठ खड़ी हुई हैं। लश्कर-ए-तैय्यबा के कमांडर सैफुल्लाह सैफ का यह दावा कि हाफिज सईद बांग्लादेश के रास्ते भारत पर हमला करने की तैयारी कर रहा है, अपने आप में बेहद गंभीर है। यह वीडियो पाकिस्तान के खैरपुर तमीवाली में 30 अक्टूबर को हुई एक रैली का बताया जा रहा है, और आजतक चैनल के पास इसे लेकर संबंधित विजुअल्स मौजूद भी हैं। वीडियो में सैफुल्लाह साफ-साफ बोलता दिखता है कि “हाफिज सईद चुप नहीं बैठा है, वह बांग्लादेश के रास्ते भारत पर हमले की तैयारी कर रहा है।” उसके अनुसार, बांग्लादेश में पहले से ही उनके लोग सक्रिय हैं और भारत के खिलाफ कदम उठाने के लिए तैयार भी।

इतना ही नहीं, उसने यह भी दावा किया कि लश्कर ने अपने एक सहयोगी को बांग्लादेश भेजा है, जो वहाँ के स्थानीय युवाओं को जिहाद के नाम पर भड़काने और ट्रेनिंग देने का काम कर रहा है। उसकी बातों से यह संकेत मिलता है कि बांग्लादेश को एक तरह का नया “लॉन्चपैड” बनाया जा रहा है, जहाँ से भारत के खिलाफ साजिशें रची जा सकती हैं। यह दावा अपने आप में बेहद संवेदनशील है और दोनों देशों के बीच सुरक्षा संबंधों और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।

वीडियो में जिस तरह कई बच्चे भी मौजूद दिखाई देते हैं, वह एक और चिंता का विषय है। ऐसे संगठनों द्वारा बच्चों को अपने एजेंडे में शामिल करने की कोशिशें पहले भी सामने आती रही हैं, लेकिन किसी लाइव रैली में बच्चों का इस तरह मौजूद होना गंभीर संदेश देता है। इससे यह आशंका गहराती है कि कुछ आतंकी संगठन युवाओं के साथ-साथ नाबालिगों को भी गुमराह करने की कोशिश में लगे हुए हैं। यह न केवल मानवाधिकार से जुड़ा मुद्दा है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरनाक संकेत है।

अपने भाषण के दौरान सैफुल्लाह ने पाकिस्तानी सेना की भी जमकर तारीफ की और कहा कि 9-10 मई की घटना के बाद पाकिस्तान ने जिस तरह जवाब दिया, वह उनकी ताकत दिखाता है। उसने यह भी दावा किया कि अमेरिका और बांग्लादेश अब पाकिस्तान के करीब आ रहे हैं। हालांकि, इस तरह के दावे अक्सर प्रोपेगेंडा का हिस्सा होते हैं और परिस्थितियों को एकतरफा तरीके से पेश करते हैं।

ध्यान देने वाली बात यह है कि यह पूरा मामला एक वायरल वीडियो और सैफुल्लाह के व्यक्तिगत दावों पर आधारित है। बिना स्वतंत्र जांच और आधिकारिक पुष्टि के इन दावों पर पूरी तरह भरोसा करना उचित नहीं होगा। फिर भी, ऐसे बयानों का सामने आना अपने आप में संवेदनशील है और इससे सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर आने की जरूरत पड़ सकती है। भारत की खुफिया एजेंसियाँ पहले से ही ऐसे संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखती हैं, लेकिन अगर बांग्लादेश को नए रूट के रूप में उपयोग करने की कोशिश हो रही है, तो यह पड़ोसी देशों के साथ सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता को भी उजागर करता है।

वीडियो पर उठते सवालों के बीच यह ज़रूरी है कि संबंधित एजेंसियाँ इसकी जांच करें, वीडियो की सत्यता की पुष्टि करें और यह समझें कि कहीं यह प्रोपेगेंडा के ज़रिये तनाव बढ़ाने की कोशिश तो नहीं है। किसी भी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले तथ्यों की पड़ताल बेहद जरूरी है। ऐसी स्थितियाँ भारत की सुरक्षा, विदेश नीति और पड़ोसी देशों के साथ संबंधों पर प्रत्यक्ष असर डाल सकती हैं, इसलिए हर पहलू को सावधानी से देखने की जरूरत है।