कटनी में बीजेपी नेता निलेश रजक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, कैमोर में फैला तनाव
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Katni BJP leader murder
कटनी में बीजेपी नेता निलेश रजक की गोली मारकर हत्या.
हिंदू संगठनों ने किया विरोध, पुलिस पर लापरवाही के आरोप.
प्रशासन ने दोषियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई का दिया आश्वासन.
Katni / मध्य प्रदेश के कटनी जिले के कैमोर थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। बीजेपी बूथ अध्यक्ष और बजरंग दल के नेता निलेश उर्फ नीलू रजक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। जैसे ही यह खबर फैली, कैमोर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। बाजार बंद हो गया, सड़कों पर प्रदर्शन शुरू हो गए, और लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सुबह करीब 11 बजे निलेश बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने से अपनी बाइक से जा रहे थे, तभी दो नकाबपोश बदमाशों ने पीछे से कई गोलियां दागीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वारदात के बाद हमलावर तेज रफ्तार बाइक पर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल निलेश को तत्काल विजयराघवगढ़ के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से गोली के खोखे और खून से सने कपड़े मिले।
वारदात के कुछ ही देर बाद CCTV फुटेज सामने आया, जिसमें दो नकाबपोश युवक सिर्फ 12 सेकंड में वारदात को अंजाम देकर फरार होते दिखे। वीडियो देखकर साफ था कि हमलावर पहले से निलेश का पीछा कर रहे थे। इस घटना ने पूरे इलाके में गुस्से की लहर पैदा कर दी। हिंदू संगठनों ने कैमोर बाजार बंद कराया और स्वास्थ्य केंद्र के बाहर धरने पर बैठकर थाना प्रभारी को तत्काल हटाने और हत्यारों को फांसी देने की मांग की।
कटनी एसपी अभिनव विश्वकर्मा, एएसपी संतोष डेहरिया और कलेक्टर मौके पर पहुंचे, लेकिन भीड़ का गुस्सा कम नहीं हुआ। पुलिस ने भारी बल तैनात किया और हालात पर नियंत्रण पाने की कोशिश की। इस बीच जांच में पता चला कि मृतक निलेश रजक और मुख्य आरोपी प्रिंस जोसफ तथा उसके साथी अकरम खान के बीच कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था। उसी रंजिश में हत्या की साजिश रची गई।
घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों के घरों पर छापेमारी की, लेकिन वे फरार मिले। इस दौरान प्रिंस जोसफ के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जबकि मां ने ज़हर खा लिया। मां की हालत गंभीर है और उनका इलाज कटनी जिला अस्पताल में चल रहा है। इस नए मोड़ ने मामले को और जटिल बना दिया।
विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि समाज के आत्मसम्मान पर हमला है। प्रशासन को दोषियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई करनी चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह ‘लव जिहाद’ से जुड़ा मामला है, जिसमें निलेश ने विरोध किया था और अपनी जान गंवा दी।
पुलिस ने मामले में लापरवाही बरतने पर कैमोर थाना प्रभारी अरविंद चौबे और प्रधान आरक्षक प्रेम शंकर पटेल को लाइन हाजिर कर दिया है। वहीं, एसपी ने आश्वासन दिया है कि आरोपी अकरम और प्रिंस जोसफ को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दूसरी ओर, निलेश रजक के परिजन आरोपियों के एनकाउंटर की मांग पर अड़े हुए हैं और उन्होंने पोस्टमार्टम और दाह संस्कार से इनकार कर दिया है। कैमोर में अभी भी तनाव का माहौल है, लेकिन जनता की एक ही आवाज है — “हमारे नीलू को इंसाफ दो।”
यह घटना न सिर्फ एक राजनीतिक हत्या है, बल्कि समाज में बढ़ते असंतोष और धार्मिक तनाव की भी झलक दिखाती है। प्रशासन के लिए यह बड़ी परीक्षा है कि वह कितनी जल्दी न्याय दिला पाता है और क्षेत्र में फिर से शांति बहाल कर पाता है।