Delhi / Delhi : Delhi / पत्रकारिता को हमारे देश का चौथा स्तम्भ कहा जाता है। बदलते दौर में जब समाज, राजनीति, तकनीक और अर्थव्यवस्था एक तेज़ी से बदलती रफ्तार में आगे बढ़ रही है, ऐसे समय में पत्रकारिता का महत्व और भी बढ़ गया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के विस्तार, सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और ऑनलाइन न्यूज़ स्पेस के फैलाव ने इस क्षेत्र को कई गुना बड़ा कर दिया है। आज पत्रकारिता सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी, साहस और सार्वजनिक हित से जुड़ा हुआ एक मिशन है, और यही कारण है कि युवा बड़ी संख्या में इस क्षेत्र की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
पत्रकारिता में क्यों बढ़ रहा है रुचि? — वर्तमान परिस्थितियों से जुड़ाव
आज का युवा जागरूक है, सोचने-समझने में तेज़ है और समाज की समस्याओं को आवाज़ देना चाहता है। देश में बढ़ती राजनीतिक हलचल, भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया का प्रभाव, फेक न्यूज़ की समस्या, और तेज़ी से बदलती वैश्विक परिस्थितियों ने पत्रकारों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण बना दी है।
डिज़िटल मीडिया की वजह से अब खबरें सिर्फ टीवी या अखबार तक सीमित नहीं हैं। यूट्यूब, इंस्टाग्राम, पॉडकास्ट, ब्लॉगिंग और ऑनलाइन पोर्टल्स ने पत्रकारिता को एक नई दिशा दी है। इतने विकल्प होने के कारण इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बहुत बढ़ चुके हैं।
पत्रकारिता में प्रवेश: योग्यता और कोर्सेस
अगर आप पत्रकारिता में करियर बनाना चाहते हैं, तो आप 12वीं पास करने के बाद इस क्षेत्र में कदम रख सकते हैं। इसके बाद कई डिग्री और डिप्लोमा कोर्स उपलब्ध हैं, जिनमें आप अपने इंटरस्ट, बजट और करियर गोल के हिसाब से एडमिशन ले सकते हैं।
प्रमुख कोर्सेस:
- बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC)
- बैचलर इन जर्नलिज्म
- BA इन मास मीडिया
- BA इन जर्नलिज्म
- डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
- MA इन जर्नलिज्म
- MA इन मास कम्युनिकेशन
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
कई विश्वविद्यालय एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से एडमिशन देते हैं, जबकि कुछ मेरिट या डायरेक्ट मोड से प्रवेश प्रदान करते हैं।
भारत के प्रमुख पत्रकारिता संस्थान
अगर आप सही संस्थान चुनते हैं, तो आपके लिए बेहतर अवसरों के दरवाजे खुल जाते हैं। भारत में कई शीर्ष संस्थान पत्रकारिता के लिए प्रसिद्ध हैं—
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (IIMC)
- माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल
- काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)
- यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु
- छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर
इन संस्थानों की फीस कोर्स और कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग होती है। सरकारी संस्थानों में फीस कम होती है, जबकि प्राइवेट में अधिक।
करियर विकल्प और शुरुआती सैलरी
कोर्स पूरा करने के बाद आपकी शुरुआती सैलरी लगभग 15,000 रुपए प्रति माह से शुरू हो सकती है, लेकिन अनुभव के साथ यह तेजी से बढ़ती है।
प्रमुख नौकरी प्रोफाइल:
- रिपोर्टर
- न्यूज़ एडिटर
- कंटेंट राइटर
- सोशल मीडिया मैनेजर
- कॉपीराइटर
- पीआर एक्जीक्यूटिव
- कार्टूनिस्ट
- डिजिटल कंटेंट क्रिएटर
आज डिजिटल मीडिया के विस्तार ने फ्रीलांसिंग और रिमोट वर्क के अवसर बढ़ाए हैं। सरकार भी समय-समय पर जर्नलिज्म बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों के लिए भर्ती निकालती है।
वेतन और रोजगार की स्थिति — वर्तमान परिदृश्य
बदलते दौर में पत्रकारिता का भविष्य पहले से कहीं मजबूत दिखता है।
भारत में औसत वेतन—
जॉब प्रोफ़ाइल औसत वेतन प्रति वर्ष
- समाचार संपादक ₹10.9 लाख
- सोशल मीडिया मैनेजर ₹5.5 लाख
- कंटेंट राइटर ₹3.7 लाख
- कार्टूनिस्ट ₹4.8 लाख
- कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन विशेषज्ञ ₹10.5 लाख
- रिपोर्टर ₹2.8 लाख
- जनसंपर्क विशेषज्ञ ₹6 लाख
- कॉपीराइटर ₹5.5 लाख
पत्रकारिता क्यों है भविष्य के लिए सुरक्षित करियर?
आज पत्रकारिता में कौशल आधारित भर्ती बढ़ रही है और डिग्री के साथ-साथ आपकी सोच, शोध क्षमता, तार्किक दृष्टिकोण, डिजिटल समझ, और कम्युनिकेशन स्किल मायने रखते हैं।
रिसर्च के अनुसार—
- 97% पत्रकारिता छात्र डिजिटल रूप से सक्षम पाए गए हैं।
- 86.5% जर्नलिज्म ग्रेजुएट्स को तुरंत नौकरी मिल जाती है, चाहे डिजिटल मीडिया हो या टीवी/प्रिंट।
- भविष्य में डिजिटल मीडिया और नागरिक पत्रकारिता (Citizen Journalism) के बढ़ने से रोजगार के अवसर और भी बढ़ेंगे।
पत्रकारिता के प्रमुख नियोक्ता (Top Recruiters)
- हिंदुस्तान टाइम्स
- टाइम्स ग्रुप
- द हिंदू
- इंडिया टुडे ग्रुप
- NDTV
- ज़ी न्यूज़ नेटवर्क
- ऑल इंडिया रेडियो
- नेटवर्क 18
- बीबीसी हिंदी
- HT मीडिया
- स्टार इंडिया
ये संस्थान आज भी भारत के सर्वश्रेष्ठ मीडिया प्लेटफॉर्म माने जाते हैं।
पत्रकारिता सिर्फ नौकरी नहीं, जिम्मेदारी है
पत्रकारिता समाज को सही दिशा देने का माध्यम है। यह सिर्फ खबरें बताना नहीं, बल्कि सच को सामने लाना, आवाज़हीन लोगों के लिए आवाज़ उठाना और देश को जागरूक रखना है। वर्तमान दौर में, जहां फेक न्यूज़ का खतरा बढ़ा है और जनता का भरोसा बनाए रखना चुनौती बन गया है, वहां ईमानदार, समझदार और संवेदनशील पत्रकारों की आवश्यकता पहले से अधिक है।
यदि आपके अंदर साहस, विवेक, लेखन क्षमता और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना है—
तो पत्रकारिता आपके लिए एक उज्ज्वल और सम्मानित करियर बन सकती है।