MP- VIT University Violence : बवाल क्यों हुआ? खराब भोजन–पानी से छात्र उग्र, कैंपस रणभूमि में तब्दील, रात में 4 हजार स्टूडेंट्स ने बस-कारें फूंकीं
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VIT यूनिवर्सिटी में खराब भोजन-पानी और लापरवाही के खिलाफ 3–4 हजार छात्रों का उग्र विरोध दर्ज किया गया। गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी बस, दो कारों और एंबुलेंस को आग के हवाले किया तथा हॉस्टल में भारी तोड़फोड़ की।
प्रशासन ने सैंपलिंग, मेडिकल रिपोर्ट और जांच का आश्वासन दिया; यूनिवर्सिटी 30 नवंबर तक बंद की गई।
सीहोर/ मध्यप्रदेश, सीहोर जिले के आष्टा स्थित VIT यूनिवर्सिटी में मंगलवार देर रात वह सब हुआ जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की थी। हॉस्टल में रहने वाले हजारों छात्रों का गुस्सा अचानक फूट पड़ा और देखते ही देखते पूरा विश्वविद्यालय परिसर रणभूमि में बदल गया। छात्रों का आरोप है कि कई दिनों से खराब भोजन और दूषित पानी के कारण बीमारियां फैल रही थीं, लेकिन प्रबंधन ने उनकी शिकायतें पूरी तरह अनसुनी कर दीं।
जैसे ही यह खबर फैली कि करीब 100 छात्रों को आष्टा, सीहोर और भोपाल के अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा, गुस्सा चरम पर पहुंच गया। लगभग 3–4 हजार छात्र रात में हॉस्टल से बाहर निकलकर एक साथ यूनिवर्सिटी गेट की ओर बढ़ गए। गार्डों से कथित मारपीट और धमकी ने आंदोलन को और भड़का दिया।
उग्र भीड़ ने विश्वविद्यालय की एक बस, दो कारें और एक एंबुलेंस में आग लगा दी। हॉस्टल की कई खिड़कियों के शीशे चकनाचूर कर दिए गए और आरओ प्लांट सहित कई हिस्सों में जबरदस्त तोड़फोड़ की गई। पूरा परिसर घंटों तक धुएं और दहशत से भरा रहा।
घटना की जानकारी मिलते ही आष्टा SDM नितिन टाले, SDOP आकाश अमलकर और पांच थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने पूरी रात छात्रों से बातचीत कर हालात को संभाला। प्रशासन ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि भोजन और पानी की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपलिंग की जाएगी और पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
जानकार सूत्रों के हवाले से एसपी दीपक शुक्ला ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और VIT यूनिवर्सिटी में 30 नवंबर तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। वहीं, रजिस्ट्रार के. के. नायर ने कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही “पीलिया से मौत” जैसी खबरें पूरी तरह अफवाह हैं।