न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने ली भारत के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ, पीएम मोदी रहे मौजूद
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
प्रधानमंत्री मोदी ने न्यायमूर्ति सूर्यकांत के भारत के नए मुख्य न्यायाधीश के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित होकर उन्हें शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति भवन में हुए समारोह में उच्च न्यायपालिका, कैबिनेट मंत्रियों और संवैधानिक पदाधिकारियों की व्यापक उपस्थिति देखी गई। एक्स पोस्ट के माध्यम से पीएम ने न्यायपालिका और लोकतांत्रिक संस्थानों को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
नई दिल्ली / भारत के न्यायिक इतिहास में आज का दिन एक और महत्वपूर्ण अध्याय बन गया, जब न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने देश के नए मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। यह समारोह राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में आयोजित किया गया, जहां देश के विभिन्न संवैधानिक पदाधिकारियों, न्यायपालिका के वरिष्ठ सदस्यों, कैबिनेट मंत्रियों और विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी समारोह में विशेष रूप से शामिल होकर न्यायमूर्ति सूर्यकांत को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर एक संक्षिप्त लेकिन भावनात्मक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा—
“भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया। उन्हें आगामी कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।”
⚖️ न्यायमूर्ति सूर्यकांत: एक अनुभवी और लोकप्रिय न्यायविद
न्यायमूर्ति सूर्यकांत भारतीय न्यायपालिका में एक सम्मानित नाम रहे हैं। उन्होंने कठोर परिश्रम, निष्पक्षता, संवैधानिक समझ और आमजन के अधिकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के दृष्टिकोण के साथ हमेशा अपनी पहचान बनाई है।
वे इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के रूप में सेवा दे चुके हैं और उससे पहले पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं।
उनका न्यायिक अनुभव—
संवैधानिक कानून
मानवाधिकार
सामाजिक न्याय
प्रशासनिक सुधार
जैसे प्रमुख क्षेत्रों में व्यापक रहा है।
🤝 पीएम मोदी की मौजूदगी का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी का शपथ समारोह में उपस्थित होना, सरकार और न्यायपालिका के बीच आपसी सम्मान और लोकतांत्रिक परंपराओं के पालन का प्रतीक माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री समय-समय पर न्यायपालिका की स्वतंत्रता, पारदर्शिता और न्याय वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना करते रहे हैं।
उनकी एक्स पोस्ट यह संकेत देती है कि सरकार आने वाले समय में न्यायपालिका के साथ सहयोग एवं समर्थन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
🏛️ समारोह का वातावरण
समारोह में एक गरिमामय और शांत वातावरण देखने को मिला।
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश
उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश
विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी
गणमान्य व्यक्ति
इस मौके पर मौजूद रहे।
राष्ट्रपति द्वारा लिए गए शपथ के बाद न्यायमूर्ति सूर्यकांत को सभी विशिष्ट अतिथियों ने बधाई दी।
📜 आने वाले वर्षों की उम्मीदें
जैसे-जैसे भारत आर्थिक, सामाजिक और डिजिटल परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, न्यायपालिका की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होती जा रही है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत अपने कार्यकाल में—
लंबित मामलों को कम करने
न्यायिक प्रक्रियाओं में गति लाने
ई-कोर्ट और डिजिटल न्याय व्यवस्था को बढ़ावा देने
संवैधानिक मूल्यों की रक्षा
में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं।
शीर्ष न्यायालय के नेतृत्व के रूप में उनसे पारदर्शी, सुलभ और आधुनिक न्याय प्रणाली को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत का भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण, न केवल न्यायपालिका के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम भी है। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति और शुभकामनाएं इस बात का संकेत हैं कि आने वाले समय में न्यायपालिका और कार्यपालिका दोनों मिलकर देश की प्रगति में अपनी भूमिकाएं बेहतर ढंग से निभाएंगी।