लखनऊ में राष्ट्रपति मुर्मू का आह्वान—भीतर झांकें, मन को शुद्ध करें; योग-ध्यान से शांति का संदेश

Fri 28-Nov-2025,02:19 PM IST +05:30

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लखनऊ में राष्ट्रपति मुर्मू का आह्वान—भीतर झांकें, मन को शुद्ध करें; योग-ध्यान से शांति का संदेश
  • राष्ट्रपति मुर्मू ने लखनऊ में ध्यान-योग अभियान शुरू कर लोगों से मन की शुद्धता, आत्मचिंतन और विश्व-शांति की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया। सीएम योगी ने कहा कि आतंकवाद और हिंसा मन की नकारात्मकता का परिणाम हैं, योग-ध्यान से सकारात्मकता और शांति स्थापित की जा सकती है।

  • राज्यपाल आनंदीबेन ने ब्रह्माकुमारीज को विश्व-स्तरीय आध्यात्मिक संस्था बताया, जिसके राजयोग और ध्यान से मन-आत्मा-वातावरण तीनों पवित्र होते हैं।

Uttar Pradesh / Lucknow :

लखनऊ/ उत्तरप्रदेश के लखनऊ में शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित ध्यान-योग अभियान का शुभारंभ किया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की संस्कृति हमेशा से “विश्व-कुटुंबकम” का संदेश देती आई है और ऐसे समय में जब दुनिया तनाव, अविश्वास और संघर्षों से घिरी है, ध्यान-योग जैसे अभियानों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

भीतर झांकने की आवश्यकता पर जोर

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि तकनीकी उन्नति के बावजूद मनुष्य के जीवन में तनाव, अकेलापन और मानसिक असुरक्षा बढ़ रही है। उन्होंने कहा-
“आज आवश्यकता केवल आगे बढ़ने की नहीं, बल्कि अपने भीतर झांकने की भी है… मन को शुद्ध किए बिना विश्वास और शांति स्थापित नहीं हो सकती।”
उन्होंने ब्रह्माकुमारीज के विश्व-स्तरीय योगदान—विशेष रूप से आध्यात्मिक शिक्षा, मूल्यों और ध्यान-योग—की सराहना की।

विश्व शांति और एकता पर फोकस

राष्ट्रपति ने कहा कि मानवता का भविष्य आत्मिक चेतना से सुरक्षित होगा। शांति और आनंद बाहरी वस्तुओं में नहीं, बल्कि मनुष्य के भीतर हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि
“विश्वास को विचारों में उतारें और एकता को कर्मों में प्रकट करें।”
उन्होंने आशा जताई कि यह अभियान गांव-गांव पहुंचकर विश्व-शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ का संबोधन

सीएम योगी ने ध्यान-योग अभियान को “भारत के लिए गौरव का क्षण” बताया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, हिंसा और संघर्ष मन की चंचलता और नकारात्मकता का परिणाम हैं।
योगी बोले-
“मन को नियंत्रित करने वाला ही दुनिया में शांति स्थापित कर सकता है… इसलिए योग और राजयोग जीवन के संतुलन का महत्वपूर्ण आधार हैं।” उन्होंने बताया कि ब्रह्माकुमारीज केंद्र उत्तर प्रदेश में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक समन्वय का बड़ा केंद्र बन सकता है।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का संदेश

राज्यपाल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था 134 देशों में अपना प्रकाश फैला चुकी है और यह मातृशक्ति के नेतृत्व में चलने वाली अनोखी संस्था है। उन्होंने ध्यान-योग की ऊर्जा को “मन, आत्मा और वातावरण को शुद्ध करने वाला स्रोत” बताया।
“राजयोग आत्मा को पवित्र बनाता है और सामूहिक ध्यान से उत्पन्न ऊर्जा विश्व-शांति को गहरा करती है।”

ब्रह्माकुमारीज संचालिका राधा दीदी का आह्वान

राधा दीदी ने कहा कि अभियान का उद्देश्य है-
“हम सब एक परमात्मा की संतान हैं, इसलिए धर्म-जाति भुलाकर भाईचारे और एकता के साथ रहें।”
उन्होंने बताया कि यह अभियान यूपी के गांव-गांव तक जाएगा और लोगों को आपसी विश्वास और विश्व-एकता का संदेश देगा।