SIR विवाद में संसद का घमासान: विपक्ष का मकर द्वार पर बड़ा प्रदर्शन आज
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Opposition Protest Makar Dwar
SIR पर चर्चा की मांग को लेकर संसद में भारी हंगामा, विपक्ष का वॉक आउट।
विपक्ष आज मकर द्वार पर प्रदर्शन कर सरकार पर दबाव बढ़ाएगा।
रेणुका चौधरी के कुत्ता विवाद और नए सभापति का मर्यादा संदेश चर्चा में।
Delhi / संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही माहौल गर्म हो गया है। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच टकराव गहराता दिखाई दे रहा है। सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में तीखा हंगामा हुआ, जिसके कारण कार्यवाही बार-बार बाधित होती रही। अब मंगलवार को विपक्ष संसद के मकर द्वार पर SIR के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेगा।
SIR पर चर्चा की मांग और सदन में अव्यवस्था
लोकसभा की कार्यवाही सोमवार को विपक्षी सांसदों के जोरदार विरोध के चलते ठीक से नहीं चल सकी। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने SIR और चुनाव सुधारों पर तत्काल चर्चा की मांग की। कई सदस्य आसन के समीप तक पहुंच गए, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शांति बनाकर रखने की अपील की। लेकिन नारेबाजी जारी रहने पर सदन की बैठक दो बार स्थगित की गई और अंततः दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी स्थिति कुछ अलग नहीं रही। कांग्रेस-नीत विपक्ष ने SIR पर तुरंत चर्चा की मांग की और सरकार के रुख से असंतुष्ट होकर वॉक आउट कर दिया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार चर्चा से नहीं भाग रही, लेकिन उसे जवाब देने के लिए समय चाहिए।
विपक्ष का रणनीतिक प्रदर्शन
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी सांसद मंगलवार को संसद परिसर के मकर द्वार पर प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना है कि यदि सरकार SIR पर चर्चा नहीं करती, तो चुनाव सुधार जैसे व्यापक मुद्दे पर जरूर चर्चा होनी चाहिए। विपक्ष का आरोप है कि SIR प्रक्रिया कई राज्यों में राजनीतिक दखल, दबाव और मतदाता सूची में संभावित छेड़छाड़ का कारण बन रही है।
हंगामे के बीच भी लोकसभा में मणिपुर GST (दूसरा संशोधन) बिल 2025 पारित कर दिया गया। उधर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अन्य दो महत्वपूर्ण विधेयक भी पेश किए, लेकिन शोर-शराबे के कारण प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं चल सका।
संसद में एक अलग विवाद—कुत्ता लेकर पहुंचीं रेणुका चौधरी
सियासी घमासान के बीच एक अलग घटना सुर्खियों में रही। कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी अपनी कार में एक आवारा कुत्ता लेकर संसद पहुंच गईं। सत्तापक्ष ने इसे “नाटक” बताया, जबकि रेणुका चौधरी ने तीखा जवाब देते हुए कहा—“अंदर बैठे लोग काटते हैं, कुत्ते नहीं।”
यह घटना विपक्ष के आक्रोश और सरकार के जवाबी रवैये के बीच नए विवाद की वजह बन गई।
राज्यसभा में नए सभापति का संदेश
राज्यसभा में पहली बार सभापति के रूप में कार्यवाही संचालित कर रहे सीपी राधाकृष्णन ने अपने संबोधन में सभी सदस्यों से संस्थानों का सम्मान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि संविधान और नियम ही संसदीय आचरण की लक्ष्मण रेखा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनका स्वागत करते हुए कहा कि एक किसान परिवार से उठकर इतने ऊंचे संवैधानिक पद तक पहुंचना भारतीय लोकतंत्र की शक्ति का उदाहरण है।
खरगे का आग्रह और सत्तापक्ष का विरोध
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने नए सभापति का स्वागत करते हुए उनसे दोनों पक्षों के बीच संतुलन बनाए रखने की अपील की। हालांकि उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे का जिक्र किया, जिस पर सत्तापक्ष ने तीखा विरोध जताया।
आज का प्रदर्शन क्या नया मोड़ लाएगा?
SIR को लेकर बढ़ती राजनीतिक तकरार अब सड़क से सदन तक फैल चुकी है। मकर द्वार पर होने वाला विपक्ष का प्रदर्शन सरकार पर दबाव बढ़ाएगा या टकराव और तीखा होगा—यह आज का बड़ा सवाल है।