नागपुर बुक फेस्टिवल 2025 का नितिन गडकरी ने किया भव्य शुभारंभ, 300 से अधिक प्रकाशकों की भागीदारी
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
नागपुर बुक फेस्टिवल 2025 में 300 से अधिक प्रकाशकों की भागीदारी, नौ दिनों तक साहित्य, संस्कृति और ज्ञान पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन। नितिन गडकरी ने कहा-पुस्तकें व्यक्तित्व निर्माण का सबसे प्रभावी माध्यम हैं; भारत का भविष्य ज्ञान और अध्ययन की मजबूत नींव पर टिका है।
रेशिमबाग मैदान में आयोजित फेस्टिवल में बच्चों, युवाओं और साहित्य प्रेमियों के लिए कार्यशालाएं, चर्चा सत्र और सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र हैं।
नागपुर/ नागपुर में भारत के पहले ‘नागपुर बुक फेस्टिवल 2025’ का भव्य शुभारंभ शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया। यह नौ दिवसीय विशाल पुस्तक महोत्सव राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT), महाराष्ट्र सरकार और ज़ीरो माइल यूथ फ़ाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।
यह आयोजन पूर्व नागपुर के रेशिमबाग मैदान में हो रहा है, जहां देशभर के 300 से अधिक प्रकाशकों ने अपनी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई है। महोत्सव 22 नवंबर से शुरू होकर 30 नवंबर 2025 तक चलेगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि “पढ़ने की संस्कृति केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण की सबसे मजबूत नींव है।” उन्होंने कहा कि पुस्तकों में केवल जानकारी नहीं होती, बल्कि वह विचार होते हैं जो मन और हृदय तक पहुंचकर व्यक्ति का चरित्र, सोच और दृष्टिकोण निर्मित करते हैं।
गडकरी ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि भारत की पहचान ज्ञान और अध्यात्म की भूमि के रूप में रही है। देश की समृद्ध परंपरा, गौरवशाली इतिहास और प्राचीन ग्रंथों में वही शक्ति छिपी है जो किसी भी राष्ट्र को विश्व-नेता बनाने की क्षमता रखती है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को दुनिया में नेतृत्व करना है तो युवाओं में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देना होगा और इसके लिए पुस्तकें सबसे प्रभावी माध्यम हैं।
उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ते देशों की सूची में भारत लगातार मजबूत स्थान बना रहा है, और इस विकास को गति देने में ज्ञान-आधारित समाज महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे डिजिटल मनोरंजन से समय निकालकर पुस्तकों की दुनिया में प्रवेश करें, क्योंकि वहीं से असली रचनात्मकता और नवाचार की शुरुआत होती है।
पुस्तक महोत्सव में विभिन्न विषयों जैसे इतिहास, साहित्य, विज्ञान, कला, दर्शन, पर्यावरण और टेक्नोलॉजी से संबंधित पुस्तकों की बड़ी रेंज उपलब्ध है। इसके अलावा बच्चों के लिए विशेष स्टॉल, कहानी सत्र और पेंटिंग गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं।
इस नौ-दिवसीय आयोजन के दौरान कई साहित्यिक चर्चाएं, लेखक–पाठक संवाद, कविता पाठ, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यशालाएं होंगी। कई नामचीन लेखक और वक्ता भी इसमें शामिल हो रहे हैं। आयोजकों के अनुसार इस फेस्टिवल का उद्देश्य नागपुर को राष्ट्रीय पुस्तक हब के रूप में उभारना और युवाओं में बुक-रीडिंग के प्रति रुचि बढ़ाना है।