हिमाचल प्रदेश बिलासपुर बस हादसा 2025 | भल्लू पुल भूस्खलन में 18 की मौत
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बिलासपुर बस हादसा 2025: भल्लू पुल पर भूस्खलन.
18 मृतक और कई घायल, राहत-बचाव कार्य जारी.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने संवेदना व्यक्त की.
Bilaspur / हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में मंगलवार को एक भयावह हादसा सामने आया, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया। भल्लू पुल के पास एक बस पहाड़ी से गिरते मलबे की चपेट में आ गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि कई यात्री घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, हादसे के समय बस में करीब 30 लोग सवार थे। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है।
हादसे की जानकारी मिलने के बाद राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचकर फंसे लोगों को निकालने और मलबा हटाने का कार्य कर रही हैं। मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सके। भारी बारिश और कमजोर पहाड़ी ढलान के कारण यह हादसा हुआ।
इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदनाएं प्रकट की। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में उनकी संवेदनाएं प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए पीएम रिलीफ फंड से दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी हादसे पर दुख जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया और कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है। उन्होंने प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लगातार हो रही भारी बारिश से पहाड़ी की ढलान कमजोर हो गई थी, जिससे मलबा गिरने की घटना हुई। प्रशासन इस दौरान प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया करा रहा है। राहत और बचाव कार्य में स्थानीय पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, एनडीआरएफ और अन्य आपदा प्रबंधन टीमें जुटी हुई हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सावधानी और तैयारी की आवश्यकता को उजागर किया है। प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि भूस्खलन और बारिश के मौसम में सतर्क रहें और निर्धारित मार्गों का ही पालन करें। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया है और प्रभावित परिवारों के लिए मदद और राहत कार्य तेजी से जारी हैं।