सेंट्रल अमेरिका का ग्वाटेमाला एक बार फिर भूकंप के तेज़ झटकों से दहल उठा। बुधवार सुबह करीब 3.11 बजे ग्वाटेमाला सिटी और उसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 5.7 रिक्टर स्केल पर दर्ज की गई। इस प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर लोगों को भयभीत कर दिया और भारी नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र राजधानी ग्वाटेमाला सिटी के पास सैन विसेंट पकाया शहर के इलाके में था। वहाँ इमारतों में दरारें आ गईं, कई दीवारें गिर गईं और लोगों को जान बचाने के लिए अपने घरों से बाहर भागना पड़ा। कई स्थानों पर लोग रात के अंधेरे में सड़कों पर निकल आए और पूरी रात भय के साए में गुजारी।
सोशल मीडिया पर भूकंप के समय की कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रही हैं, जिनमें भवनों की दीवारें गिरती दिखाई दे रही हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, एक झटका 5.2 तीव्रता का था, जबकि मुख्य झटका 5.7 तीव्रता का रहा। इन झटकों के कारण शहरों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई और कुछ जगहों पर संचार व्यवस्था पर भी असर पड़ा।
ग्वाटेमाला भूकंप की दृष्टि से काफी संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। हाल के दिनों में यह इलाका बार-बार भूकंप से प्रभावित हुआ है। जुलाई महीने की शुरुआत में भी 3 जुलाई को 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जबकि 8 जुलाई को 3.0 तीव्रता का हल्का झटका महसूस किया गया था। हालांकि इन झटकों से कोई खास नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन 9 जुलाई के ताज़ा भूकंप ने तबाही का नया मंजर पेश किया।
प्योर्टो सैन जोस के पास 28 जून को भी 5.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इस तरह एक महीने के भीतर यह क्षेत्र चार बार भूकंप से हिल चुका है, जिससे साफ है कि यह इलाका एक बड़े भूकंपीय खतरे के बीच है।
भारत, नेपाल और पाकिस्तान जैसे दक्षिण एशियाई देशों में भी हाल ही में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि पूरी दुनिया में टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल तेज़ हो गई है, जो निकट भविष्य में और भी बड़े झटकों की चेतावनी हो सकती है।
फिलहाल, ग्वाटेमाला में राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति के लिए तैयार रहने की अपील की है।