नरसिंहपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता की अचानक गिरफ्तारी: विवादित ट्वीट का शक
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दिल्ली–राजस्थान पुलिस की कार्रवाई पर कांग्रेस का धरना और विरोध तेज़
नरसिंहपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता की अचानक गिरफ्तारी से तनाव।
दिल्ली–राजस्थान पुलिस की कार्रवाई पर कांग्रेस का विरोध और धरना।
विवादित ट्वीट और राजनीतिक दबाव की आशंकाएँ तेज़।
नरसिंहपुर/ मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र के बिलगवां गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दिल्ली और राजस्थान पुलिस की संयुक्त टीम पहुंची। टीम ने गांव के कांग्रेस कार्यकर्ता मंजीत घोसी को गिरफ्तार कर लिया। टीम सुबह करीब 7 बजे मंजीत को अपने साथ दिल्ली लेकर चली गई। फिलहाल गिरफ्तारी का आधिकारिक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि मामला ट्विटर (एक्स) पर किए गए एक विवादित ट्वीट से जुड़ा हो सकता है।
अचानक पुलिस आई और साथ ले गई
मंजीत के भाई लक्ष्मीकांत घोसी ने बताया कि सुबह अचानक पुलिस पहुंची और मंजीत को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। लक्ष्मीकांत के अनुसार, मंजीत कांग्रेस के लिए सक्रिय रूप से काम करता है। उसने सोशल मीडिया पर कुछ लिखा था, लेकिन गिरफ्तारी किस आरोप में हुई, यह स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। परिजनों का कहना है कि पुलिस टीम गांव में किसी भी स्थानीय अधिकारी को सूचित किए बिना कार्रवाई करके चली गई।
एसपी कार्यालय के बाहर कांग्रेस का हंगामा
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनीता पटेल कार्यकर्ताओं के साथ एसपी कार्यालय पहुंचीं और धरने पर बैठ गईं। उन्होंने आरोप लगाया 'दिल्ली और राजस्थान पुलिस ने बिना नोटिस और बिना कारण बताए एक कार्यकर्ता को उठा लिया।' यह लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है। पटेल ने स्पष्ट कहा कि जब तक गिरफ्तारी का कारण लिखित में नहीं दिया जाता, वह कार्यालय से नहीं हटेंगी।
‘वोट चोरी’ को बताया राष्ट्रीय मुद्दा
धरने के दौरान सुनीता पटेल ने कहा कि यदि सोशल मीडिया या राजनीतिक बयानों पर कार्रवाई करनी है तो बड़े नेताओं पर होनी चाहिए, न कि छोटे स्तर के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जाए। उन्होंने ‘वोट चोरी’ को राष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव का हिस्सा प्रतीत होती है।