रामपुर में चीते का हमला: 16 भेड़-बकरियों की मौत, ग्रामीण दहशत में

Sat 22-Nov-2025,04:07 PM IST +05:30

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रामपुर में चीते का हमला: 16 भेड़-बकरियों की मौत, ग्रामीण दहशत में
  • जसलावनी गांव में जंगली जानवर के हमले से 16 भेड़-बकरियों की मौत।

  • घायल पशुपालक ने थाने पहुंचकर मुआवजे की मांग की।

  • वन विभाग ने चीता हमला सिद्ध होने पर मुआवजे की बात कही।

Madhya Pradesh / Morena :

Madhya pradesh/ जिले के रामपुर इलाके में एक जंगली जानवर के हमले से दहशत फैल गई। जंगली जानवर ने बाड़े में घुसकर 16 बकरियों और भेड़ों का शिकार किया है। पशुपालक की माने तो ये हमला चीते द्वारा किया गया था। जिससे खुद भी बचाते समय उसे गिरने से पैर में चोट भी लगी है। फिलहाल किसान ने अपने नुकसान के लिए संबंधित विभाग से मुआवजे की मांग की है। किस पर आला अधिकारियों के कहना है कि यदि ये हादसा छोटे की वजह से हुआ है तो मुआवजे का प्रावधान है।

रामपुर के ग्राम जसलावनी गांव में रहने वाले महीपत बघेल और नंदूपुरा निवासी भागीरथ ने जानकारी दी। उनका कहना है कि शुक्रवार भागीरथ का भाई वासुदेव जब बकरियों को देखने पहुंचा तो वहां का नजारा देख कर दंग रह गया। वहां चीता उनकी भेड़ बकरियों का शिकार कर उन्हें मारे जा रहा था। इस नजारे को देखकर वासुदेव बुरी तरह घबरा गया।

बचने के प्रयास में हुआ घायल

पशुपालक ने सबसे पहले खुद को बचाने के लिए वहां से निकलना चाहा। तभी घबराहट के चलते वह गिर गया और उसके घुटने में भी चोट आई है। उसने बताया कि उसके यहां उत्पात मचाने के बाद चीता अन्य किसान के बड़े में जाकर उत्पात करने लगा। और फिर उनकी भी भेड़-बकरियों का शिकार करने लगा। किसानों द्वारा दिए गए आवेदन के अनुसार कुल 16 भेड़ बकरियों को सीधे मौत के घाट उतर दिया।

थाने पहुंचकर मुआवजे की मांग

इस बात की शिकायत लेकर किसान सीधे थाने पहुंचे और मुआवजे की मांग की। मामला वन विभाग से जुड़ा होने पर पुलिस ने संबंधित विभाग को भी सूचित किया। थाना प्रभारी राममंत्र गुप्ता का कहना है। किसानों ने जहां जानवर रखे थे वह इलाका जंगल से सटा हुआ है। कुछ दिनों से चीता का मूवमेंट भी देख गया है।

वन विभाग को भेजा आवेदन

फिलहाल मुआवजे की प्रक्रिया वन विभाग के द्वारा ही की जाती है। इसलिए आवेदन वन विभाग को भेजकर सूचना दे दी है। नियमानुसार जो कार्रवाई होगी की जाएगी। वहीं, सबलगढ़ रेंजर हिना खान ने बताया कि चीता के नुकसान किए जाने पर मुआवजे का प्रावधान है। यदि यह सिद्ध होता है कि हमला चीता द्वारा किया गया है तो नियमानुसार जो भी मुआवजे की कार्रवाई होगी की जाएगी।

दहशत के साए में जी रहे लोग

ग्रामीणों का कहना है कि चीता पूरे इलाके में घूमता देखा जा रहा है। इस हमले से पहले भी कई बार पालतू मवेशियों पर हमला कर चुका है। हालांकि इस बार जो हुआ है उसने ग्रामीणों के डर को और बढ़ा दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हम रात में सो नहीं पाते हैं।