G20 समिट में PM मोदी ने आपदा प्रबंधन, क्लाइमेट फाइनेंस और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया

Sun 23-Nov-2025,01:52 AM IST +05:30

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G20 समिट में PM मोदी ने आपदा प्रबंधन, क्लाइमेट फाइनेंस और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया
  • PM मोदी ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग मज़बूत करने और स्पेस डेटा पार्टनरशिप शुरू करने पर ज़ोर दिया।

  • भारत ने G20 में Critical Minerals सर्कुलैरिटी और Open Satellite Data Partnership जैसे भविष्य उन्मुख वैश्विक इनिशिएटिव प्रस्तावित किए।

  • PM ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य पूरे करने के लिए विकसित देशों को टाइम-बाउंड कमिटमेंट के साथ क्लाइमेट फाइनेंस उपलब्ध कराना होगा।

Delhi / New Delhi :

जोहान्सबर्ग/ दक्षिण अफ्रीका, G20 समिट के Session 2 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक चुनौतियों और मानवता के सामने खड़ी वास्तविक समस्याओं पर गहन संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाएँ दुनिया की सबसे बड़ी मानवीय चुनौतियों में शामिल हैं और इन्हें रोकने एवं प्रभाव कम करने के लिए वैश्विक सहयोग को और मज़बूत करना आवश्यक है।

मोदी ने याद दिलाया कि भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान Disaster Risk Reduction Working Group की स्थापना की गई थी। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को इस महत्वपूर्ण एजेंडा को प्राथमिकता देने पर बधाई दी।

अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा कि आपदा प्रबंधन की सोच केवल "रिस्पॉन्स-सेंट्रिक" न होकर "डेवलपमेंट-सेंट्रिक" होनी चाहिए। इसी उद्देश्य से भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure (CDRI) की स्थापना की थी। G20 देश यदि फाइनेंस, तकनीक और स्किल डेवलपमेंट को साझा करें, तो एक रेज़िलिएंट भविष्य निर्माण संभव है।

PM ने बताया कि भारत "G20 Open Satellite Data Partnership" का प्रस्ताव दे रहा है, जिससे स्पेस एजेंसियों का डेटा ग्लोबल साउथ के लिए अधिक सुलभ और उपयोगी बनेगा।

क्लाइमेट चेंज से लड़ने के लिए क्रिटिकल मिनरल्स की अहमियत पर जोर देते हुए उन्होंने "G20 Critical Minerals Circularity Initiative" की घोषणा की। इसके जरिए रीसाइक्लिंग, अर्बन माइनिंग और सेकंड-लाइफ़ बैटरी जैसे नवाचारों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सप्लाई चेन पर दबाव कम होगा।

उन्होंने दोहराया कि 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी को तीन गुना करने और एनर्जी एफिशिएंसी बढ़ाने का लक्ष्य तभी पूरा होगा, जब विकसित देश टाइम-बाउंड क्लाइमेट फाइनेंस और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को सुनिश्चित करें।

कृषि और फूड सिक्योरिटी पर बोलते हुए PM ने मिलेट्स (श्री-अन्न) को सुपरफूड बताते हुए भारत के विशाल फूड सिक्योरिटी और इंश्योरेंस प्रोग्रामों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि G20 को न्यूट्रिशन, हेल्थ और डिज़ास्टर प्रिपेयर्डनेस को जोडकर व्यापक रणनीति बनानी होगी।