उत्तर प्रदेश में लगातार छठे साल नहीं बढ़ेंगी बिजली दरें, उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
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उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
यूपी में लगातार छठे वर्ष बिजली दरों में नहीं होगी बढ़ोतरी।
उपभोक्ता परिषद ने आयोग में दर वृद्धि प्रस्ताव को रोका।
घरेलू और औद्योगिक सभी उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
लखनऊ / उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। राज्य में बिजली की दरों में इस साल भी कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। यह लगातार छठा वर्ष है जब उपभोक्ताओं को बिजली दरों में बढ़ोतरी का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। यूपी विद्युत उपभोक्ता परिषद ने विद्युत नियामक आयोग में इस मामले में महत्वपूर्ण जीत हासिल की है, जिसके बाद आयोग ने दरें यथावत रखने का निर्णय लिया। बिजली कंपनियों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों में दर बढ़ाने की मांग की गई थी, लेकिन परिषद ने इन प्रस्तावों का सख्ती से विरोध किया। उपभोक्ता परिषद ने आयोग को यह बताया कि प्रदेश में पहले ही उपभोक्ताओं पर बढ़ते महंगाई के बोझ को देखते हुए बिजली दरों में कोई वृद्धि उचित नहीं है। आयोग ने सभी तथ्यों और आंकड़ों की समीक्षा के बाद परिषद के तर्कों को स्वीकार करते हुए दरें न बढ़ाने का फैसला सुनाया। इस निर्णय से घरेलू, व्यावसायिक और औद्योगिक सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी।
ऊर्जा विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार छठे वर्ष बिजली दरों को स्थिर रखना वित्तीय अनुशासन और उपभोक्ता हितों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वहीं परिषद ने कहा कि यह जीत उपभोक्ताओं की एक बड़ी उपलब्धि है और आगे भी उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा। बिजली की कीमत में कोई बदलाव न होने से लगभग तीन करोड़ उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। हालांकि बिजली कंपनियाँ दावा कर रही थीं कि लागत बढ़ने से दर संशोधन आवश्यक है, लेकिन आयोग ने पाया कि मौजूदा राजस्व व्यवस्था से मांग की पूर्ति संभव है। उपभोक्ताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है और इसे सरकार एवं परिषद द्वारा दिया गया एक महत्वपूर्ण राहत पैकेज बताया है।