भारतीय डाक और एसबीआई म्यूचुअल फंड की साझेदारी से डोरस्टेप केवाईसी सेवा शुरू

Tue 29-Apr-2025,09:21 PM IST +05:30

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भारतीय डाक और एसबीआई म्यूचुअल फंड की साझेदारी से डोरस्टेप केवाईसी सेवा शुरू भारतीय डाक और एसबीआई म्यूचुअल फंड की साझेदारी से डोरस्टेप केवाईसी सेवा शुरू
  • इंडिया पोस्ट और एसबीआई म्यूचुअल फंड की साझेदारी से डोरस्टेप केवाईसी सेवा की शुरुआत।

  • ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों के निवेशकों के लिए आसान और सुरक्षित KYC प्रक्रिया।

  • वित्तीय समावेशन और डिजिटल इंडिया मिशन को बढ़ावा देने वाली ऐतिहासिक पहल।

Delhi / New Delhi :

म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए ऑन-बोर्डिंग प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय डाक विभाग ने एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एसबीआईएफएम) के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। इस पहल के तहत, एसबीआई म्यूचुअल फंड के निवेशकों को केवाईसी सत्यापन सेवाएं उनके घर पर ही उपलब्ध कराई जाएंगी। यह साझेदारी एक औपचारिक समझौता ज्ञापन के माध्यम से की गई है, जिस पर डाक भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में डाक विभाग की महाप्रबंधक सुश्री मनीषा बंसल बादल और एसबीआईएफएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री मुनीश सभरवाल ने हस्ताक्षर किए।

भारत में फैले 1.64 लाख से अधिक डाकघरों के नेटवर्क के माध्यम से यह पहल दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले निवेशकों तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच को सुनिश्चित करने का एक प्रयास है। डाक विभाग के पास शहरी, अर्ध-शहरी, ग्रामीण और दुर्गम इलाकों तक पहुँच है, जिससे वह उन क्षेत्रों में भी केवाईसी सेवाएं पहुंचा सकता है जहाँ पारंपरिक बैंकिंग अवसंरचना सीमित है। इस साझेदारी के अंतर्गत इंडिया पोस्ट प्रशिक्षित कर्मचारियों के माध्यम से ग्राहकों से आवश्यक फॉर्म और दस्तावेज एकत्र करेगा और उन्हें सुरक्षित तरीके से एसबीआईएफएम को उपलब्ध कराएगा। इस पूरी प्रक्रिया में उच्च स्तर की सुरक्षा, सटीकता और गोपनीयता सुनिश्चित की जाएगी।

इस पहल का लाभ उन लोगों को विशेष रूप से मिलेगा जो बैंकिंग या वित्तीय संस्थानों तक भौतिक रूप से पहुँच नहीं बना सकते, जैसे कि वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन और दूरदराज क्षेत्रों के निवासी। घर बैठे केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने की सुविधा से उनका समय और संसाधन दोनों की बचत होगी। यह पहल न केवल सुविधा प्रदान करती है, बल्कि यह केवाईसी और निवेश नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होगी।

यह पहल सरकार की वित्तीय समावेशन की नीतियों और जन निवेश अभियान को मजबूती प्रदान करती है। साथ ही, यह डिजिटल इंडिया मिशन के तहत वित्तीय सेवाओं के डिजिटलीकरण के प्रयासों के अनुरूप है। यह साझेदारी देश के पूंजी बाजारों में अधिक लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देने और निवेश की संस्कृति को ग्रामीण तथा कम विकसित क्षेत्रों में ले जाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

इंडिया पोस्ट की इस प्रकार की भूमिका नई नहीं है। इससे पहले भी डाक विभाग यूटीआई म्यूचुअल फंड और एसयूयूटीआई जैसी संस्थाओं के साथ मिलकर 5 लाख से अधिक केवाईसी सत्यापन सफलतापूर्वक कर चुका है। इस अनुभव ने यह सिद्ध किया है कि इंडिया पोस्ट उच्च मात्रा वाले वित्तीय प्रक्रियाओं को भी सुरक्षा और दक्षता के साथ संभालने में सक्षम है। अपने मजबूत आधारभूत ढांचे और प्रशिक्षित कर्मचारियों के बल पर भारतीय डाक आज केवल एक संचार सेवा नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद वित्तीय भागीदार के रूप में उभर रहा है, जो भारत की वित्तीय साक्षरता और समावेशन यात्रा में एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है।