मासिक धर्म के दिनों में शरीर में क्या चल रहा होता है? हार्मोनल बदलावों का रहस्य और महिलाओं को क्या करना चाहिए?

Tue 09-Dec-2025,02:38 AM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

मासिक धर्म के दिनों में शरीर में क्या चल रहा होता है? हार्मोनल बदलावों का रहस्य और महिलाओं को क्या करना चाहिए? Women-Health-Care-Tips
  • हार्मोनल बदलाव मूड, ऊर्जा और दर्द को प्रभावित करते हैं—इस दौरान आराम और सही आहार ज़रूरी है।

  • स्वच्छता बनाए रखें, पैड/कप समय पर बदलें और हल्का व्यायाम करें।

  • असामान्य दर्द या अत्यधिक रक्तस्राव हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।

Delhi / Delhi :

Delhi / यह समय शरीर में कई प्राकृतिक बदलावों का होता है, और उन्हें समझ लेने से पूरा दौर काफी आसान हो जाता है। नीचे माहवारी के दौरान महिलाओं में होने वाले प्रमुख हार्मोनल बदलावों और उनसे निपटने के बेहतर तरीकों को सरल भाषा में समझाया गया है।

मासिक धर्म के दौरान हार्मोन में होने वाले बदलाव
1. एस्ट्रोजन (Estrogen) कम होता है

  • पीरियड शुरू होते ही यह हार्मोन गिरता है।

असर: थकान, कमजोरी, मूड थोड़ा डल होना।

2. प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) भी कम हो जाता है

  • यह हार्मोन यूटरस लाइनिंग के लिए जिम्मेदार होता है, और पीरियड के समय घटता है।

असर: पेट में दर्द, भारीपन, चिड़चिड़ापन।

3. प्रोस्टाग्लैंडिन (Prostaglandins) बढ़ते हैं

  • यह हार्मोन गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकोड़ता है ताकि ब्लीडिंग हो सके।

असर: ऐंठन, कमर दर्द, कभी–कभी उलटी जैसा महसूस होना।

इस दौरान महिलाओं को क्या करना चाहिए? (वैज्ञानिक और व्यावहारिक सुझाव)
1. शरीर को हाइड्रेट रखें

  • भरपूर पानी, नारियल पानी, सूप
  • इससे ऐंठन कम होती है और ऊर्जा बनी रहती है।

2. हल्का, पौष्टिक और आयरन–युक्त भोजन खाएँ

  • पालक, चुकंदर, मेथी
  • पपीता, केला, अनानास
  • ड्राई फ्रूट्स, डार्क चॉकलेट (थोड़ी मात्रा में)

3. हल्की एक्सरसाइज़ या स्ट्रेचिंग

  • टहलना
  • योग में बालासन, तितली आसन, कैट–काउ

→ दर्द और मानसिक तनाव काफी कम होता है।

4. आराम ज़रूर करें

  • ज़्यादा थकान होने पर 20–30 मिनट का ब्रेक
  • रात में 7–8 घंटे की नींद

5. गर्म पानी की पट्टी

  • पेट या कमर पर रखने से मांसपेशियाँ रिलैक्स होती हैं और दर्द कम होता है।

6. साफ-सफाई और सुरक्षित स्वच्छता

  • पैड/टैम्पोन समय पर बदलें
  • बहुत ज्यादा सुगंध वाली वॉशेज़ या डूश न करें
  • ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें

7. मूड स्विंग के लिए मानसिक देखभाल

  • हल्की संगीत सुनना
  • डायरी लिखना
  • अपनी पसंद के काम करना

→ एस्ट्रोजन कम होने से मूड गिरता है, यह उपाय संतुलन लौटाते हैं।

8. अगर दर्द बहुत अधिक हो

  • दवा सिर्फ डॉक्टर की सलाह से लें
  • असामान्य रक्तस्राव, चक्कर, उलटी जैसा महसूस हो तो तुरंत चेकअप करवाएँ।

भविष्य और वर्तमान के संदर्भ में क्यों ज़रूरी है?
आजकल काम, पढ़ाई और तनाव के चलते हार्मोनल डिसबैलेंस बढ़ रहा है।
इसलिए—

  • सही भोजन
  • सही नींद
  • तनाव को संभालना
  • समय पर स्वच्छता

आपके भविष्य के प्रजनन स्वास्थ्य (PCOS/थायरॉइड/अनियमित पीरियड्स) को सुरक्षित रखने में मदद करता है।