सर्दियों में पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें, वरना स्वास्थ्य होगा प्रभावित
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सर्दियों में पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना जरूरी है, वरना जुकाम, खांसी, बुखार और श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को परतों में ऊनी और थर्मल कपड़े पहनने चाहिए।
सर्दी में गर्म कपड़े, टोपी, दस्ताने और मोज़े पहनने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
नागपुर/ सर्दियों के मौसम में शरीर की सुरक्षा के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना बेहद महत्वपूर्ण है। ठंड के मौसम में यदि व्यक्ति गर्म कपड़े नहीं पहनता, तो उसे सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार और अन्य श्वसन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चिकित्सकों का कहना है कि विशेषकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को ठंड से बचाव के लिए कई परतों में गर्म कपड़े पहनना चाहिए।
सर्दियों में तापमान कम होने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहना कठिन हो जाता है। शरीर गर्म रखने के लिए ऊनी, थर्मल और कॉटन जैसी परतों वाले कपड़े पहनने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञ बताते हैं कि शरीर की अधिकांश ऊर्जावान अंगों जैसे सिर, हाथ और पैर को ढकना अत्यंत जरूरी है। यदि ये अंग ठंड में खुले रहेंगे, तो शरीर में रक्त संचार प्रभावित हो सकता है और इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड में पर्याप्त कपड़े पहनने से न केवल सामान्य जुकाम और खांसी से बचाव होता है, बल्कि यह फेफड़ों और हृदय जैसी गंभीर समस्याओं को भी रोकने में मदद करता है। इसके साथ ही, ठंड में त्वचा का ध्यान रखना भी जरूरी है। ठंड के कारण त्वचा रूखी और संवेदनशील हो जाती है, इसलिए इसे मॉइस्चराइज़र या तेल के साथ सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।
बच्चों और वृद्ध लोगों के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। चिकित्सकों की सलाह है कि बच्चों को सर्दी में बाहर खेलने के दौरान स्वेटर, टोपी, दस्ताने और मोज़े पहनाए जाएँ। वृद्ध लोगों को विशेष रूप से गर्म शर्ट और ऊनी जैकेट पहनने की आवश्यकता होती है। साथ ही, घर के अंदर भी पर्याप्त गर्म कपड़े पहनना चाहिए, ताकि शरीर लगातार ठंड से प्रभावित न हो।
सर्दियों में पर्याप्त पानी पीना और पौष्टिक आहार लेना भी जरूरी है। गर्म भोजन और जड़ी-बूटियों वाले पेय पदार्थ शरीर को भीतरी रूप से गर्म रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ठंड में लापरवाही करने पर सर्दी-जुकाम से लेकर निमोनिया और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सर्दियों में परतों में गर्म कपड़े पहनना, टोपी, दस्ताने और मोज़े का प्रयोग करना अत्यंत आवश्यक है। इसके साथ ही, घर और कार्यस्थल पर पर्याप्त हीटिंग की सुविधा रखना भी सेहत के लिए लाभकारी है।