सशस्त्र सेना झंडा दिवस: राष्ट्र सैनिकों, वीर नारियों और शहीद आश्रितों के कल्याण के लिए AFFD समर्थन में एकजुट
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सशस्त्र सेना झंडा दिवस का उद्देश्य सैनिकों, वीर नारियों और शहीद आश्रितों के कल्याण व पुनर्वास कार्यक्रमों के लिए समाज की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है।
AFFD कोष में दान आयकर मुक्त है, नागरिक यूपीआई, ऑनलाइन बैंकिंग और क्यूआर कोड के माध्यम से आसानी से योगदान कर सकते हैं।
Delhi/ राष्ट्र कल 7 दिसंबर 2025 को सशस्त्र सेना झंडा दिवस (एएफएफडी) मनाया गया, जो सशस्त्र बलों की बहादुरी, बलिदान और राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति उनके अटूट समर्पण को नमन करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिवस का उद्देश्य वर्तमान और भूतपूर्व सैनिकों, विकलांग कर्मियों, वीर नारियों तथा शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के लिए जनभागीदारी को बढ़ावा देना है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर सशस्त्र बलों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सभी नागरिकों और संगठनों को एएफएफडी कोष में उदार योगदान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने देशवासियों से निरंतर दान करने और सैनिकों के सम्मानजनक पुनर्वास तथा उनके परिवारों के समर्थन को राष्ट्रीय कर्तव्य के रूप में स्वीकार करने का आग्रह किया। रक्षा मंत्री ने कहा, “सशस्त्र सेना झंडा दिवस हमारे रक्षकों के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता का प्रतीक है। उनका साहस और त्याग राष्ट्र की सुरक्षा की नींव है।”
रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने सशस्त्र बलों की संप्रभुता रक्षा, आतंकवाद-रोधी अभियानों और मानवीय राहत कार्यों में निभाई जा रही निर्णायक भूमिका की सराहना की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों को सैनिकों की दक्षता और अटूट साहस का प्रतीक बताया। वहीं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, सचिव (सैन्य मामलों के विभाग) ने कहा कि सैनिक, नौसैनिक और वायु योद्धा हर चुनौती और सीमा पर निष्ठा से राष्ट्र की सुरक्षा में तत्पर हैं।
रक्षा सचिव श्री राजेश कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्र सशस्त्र बलों के साहस, दृढ़ता और कर्तव्य-परायणता के लिए सदैव ऋणी है क्योंकि वे सीमाओं के साथ-साथ आतंरिक सुरक्षा खतरों का भी सामना करते हैं। डीआरडीओ प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत और सचिव (रक्षा उत्पादन) श्री संजीव कुमार ने भी सैन्य परिवारों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा में उनकी भूमिका अतुलनीय है।
पूर्व सैनिक कल्याण विभाग एएफएफडी कोष के माध्यम से वीर नारियों, शहीदों के आश्रितों, पूर्व सैनिकों और विकलांग कर्मियों के पुनर्वास व वित्तीय सहायता हेतु सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। 1 नवंबर 2025 से निर्धनता अनुदान 4,000 रुपये से बढ़ाकर 8,000 रुपये प्रति माह, पुत्री विवाह अनुदान 50,000 रुपये से बढ़ाकर 1,00,000 रुपये तथा शिक्षा अनुदान 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये प्रति माह प्रति बच्चा कर दिया गया है। वर्ष 2024-25 में 1.78 लाख से अधिक लाभार्थियों को लगभग 370 करोड़ रुपये वितरित किए गए।
एएफएफडी कोष में दान आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80जी(5)(vi) के तहत कर-मुक्त है। नागरिक बैंक चेक/डीडी/एनईएफटी/आरटीजीएस, यूपीआई ID: affdf@icici या क्यूआर कोड स्कैन कर योगदान कर सकते हैं।