मन की बात 129: PM मोदी ने गिनाईं 2025 की उपलब्धियां, देश को दिया 2026 का रोडमैप

Mon 29-Dec-2025,01:24 AM IST +05:30

ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |

Follow Us

मन की बात 129: PM मोदी ने गिनाईं 2025 की उपलब्धियां, देश को दिया 2026 का रोडमैप
  • प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात 129 में 2025 की उपलब्धियों और 2026 के लिए विकसित भारत के विज़न को स्पष्ट किया।

  • सुरक्षा, युवा शक्ति, विज्ञान, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम का केंद्रबिंदु रहे।

  • एंटीबायोटिक दुरुपयोग पर चेतावनी और फिट इंडिया का संदेश प्रमुख रहा।

Delhi / New Delhi :

नई दिल्ली/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 28 दिसंबर 2025 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 129वीं कड़ी के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। यह वर्ष 2025 का अंतिम एपिसोड था, जिसमें प्रधानमंत्री ने बीते एक साल की उपलब्धियों, चुनौतियों और अनुभवों को साझा करते हुए 2026 के लिए नए संकल्पों का आह्वान किया। उनका संबोधन राष्ट्रीय सुरक्षा, युवा शक्ति, खेल, विज्ञान, संस्कृति, स्वास्थ्य, पर्यावरण और विरासत जैसे विषयों पर केंद्रित रहा।

2025: उपलब्धियों और राष्ट्रीय गौरव का वर्ष

प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 भारत के लिए गर्व का वर्ष रहा। देश ने सुरक्षा, खेल, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्रों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान ने दुनिया को स्पष्ट संदेश दिया कि आज का भारत अपनी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करता। इस दौरान देश के कोने-कोने से देशभक्ति और एकजुटता की भावनाएं सामने आईं।

वंदे मातरम् के 150 वर्ष और जनभागीदारी

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने का जिक्र करते हुए कहा कि इस अवसर पर देशवासियों ने ‘#VandeMataram150’ अभियान के माध्यम से बढ़-चढ़कर भागीदारी की। लोगों ने अपने विचार, सुझाव और भावनाएं साझा कर यह साबित किया कि राष्ट्रगान और राष्ट्रभक्ति आज भी भारत की आत्मा में रची-बसी है।

खेल जगत में भारत की ऐतिहासिक सफलता

प्रधानमंत्री ने 2025 को खेलों के लिहाज से भी ऐतिहासिक बताया। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी जीती, वहीं महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व कप जीतकर इतिहास रचा। महिला ब्लाइंड टी20 विश्व कप में भारत की जीत को उन्होंने समावेशी विकास का उदाहरण बताया। पैरा एथलीटों की विश्व चैंपियनशिप में शानदार सफलता ने यह सिद्ध किया कि हौसलों के आगे कोई बाधा टिक नहीं सकती।

विज्ञान और अंतरिक्ष में नई उड़ान

प्रधानमंत्री ने विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शुभांशु शुक्ला का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक पहुंचना हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। इससे भारत की वैज्ञानिक क्षमता और वैश्विक प्रतिष्ठा और मजबूत हुई है।

पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों की सुरक्षा

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 2025 में पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव संरक्षण के प्रयासों को नई गति मिली। भारत में चीतों की संख्या बढ़कर 30 से अधिक हो गई है, जो जैव-विविधता संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।

आस्था, संस्कृति और विरासत का संगम

प्रधानमंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ और अयोध्या में राम मंदिर पर ध्वजारोहण का उल्लेख करते हुए कहा कि 2025 में भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत पूरी दुनिया के सामने चमकी। इन आयोजनों ने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक चेतना को और मजबूत किया।

युवा शक्ति और ‘Viksit Bharat Young Leaders Dialogue’

प्रधानमंत्री ने युवाओं को राष्ट्रनिर्माण की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए ‘Viksit Bharat Young Leaders Dialogue’ की चर्चा की। उन्होंने कहा कि युवा नवाचार, स्टार्टअप, कृषि और फिटनेस जैसे विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। इस कार्यक्रम में उन्होंने स्वयं शामिल होने की बात भी कही।

Smart India Hackathon: विचार से समाधान तक

प्रधानमंत्री ने ‘Smart India Hackathon 2025’ की सराहना करते हुए बताया कि इसमें 80 से अधिक सरकारी विभागों की 270 से ज्यादा समस्याओं पर छात्रों ने व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किए। ट्रैफिक मैनेजमेंट, साइबर सुरक्षा, डिजिटल बैंकिंग और कृषि से जुड़े सुझावों को उन्होंने युवाओं की रचनात्मक शक्ति का प्रमाण बताया।

तकनीक के दौर में संस्कृति से जुड़ाव

प्रधानमंत्री ने कहा कि तेज़ी से बदलती तकनीक के युग में अपनी जड़ों से जुड़े रहना आवश्यक है। IISc के ‘गीतांजलि’ संगीत समूह और दुबई की ‘कन्नड़ पाठशाला’ जैसे प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी आधुनिकता के साथ संस्कृति को भी संजो रही है।

सौर ऊर्जा और आत्मनिर्भर स्थानीय समाधान

मणिपुर के मोइरांगथेम सेठ के प्रयासों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने सौर ऊर्जा की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने ‘PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य, आजीविका और महिला सशक्तिकरण को नई दिशा दे रही है।

कश्मीर की ऐतिहासिक खोज और सांस्कृतिक पहचान

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के जेहनपोरा में मिले प्राचीन बौद्ध परिसर की खोज का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह खोज कश्मीर की दो हजार साल पुरानी सांस्कृतिक पहचान को उजागर करती है।

भाषाई एकता: तमिल, काशी और विश्व

फिजी में तमिल भाषा के प्रचार और काशी तमिल संगमम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने भाषाई विविधता को भारत की ताकत बताया। उन्होंने कहा कि भाषा जोड़ती है, बांटती नहीं।

स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने ओडिशा की स्वतंत्रता सेनानी पार्वती गिरि को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि ऐसे गुमनाम नायकों की गाथा नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।

स्वास्थ्य चेतावनी: एंटीबायोटिक का विवेकपूर्ण उपयोग

प्रधानमंत्री ने ICMR की रिपोर्ट का हवाला देते हुए एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक और बिना सलाह उपयोग पर चिंता जताई। उन्होंने लोगों से डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लेने की अपील की।

हस्तशिल्प और महिला सशक्तिकरण

नरसापुरम लेस क्राफ्ट, मणिपुर की हस्तशिल्प कलाकार और फूलों की खेती से जुड़ी महिलाओं के प्रयासों को प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत की मिसाल बताया।

कच्छ रणोत्सव और पर्यटन

प्रधानमंत्री ने कच्छ रणोत्सव को भारत की सांस्कृतिक विविधता का उत्सव बताया और लोगों से ऐसे आयोजनों में भाग लेने की अपील की।

2026 के लिए संदेश और संकल्प

अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने 2026 के लिए देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ के तहत स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि भारत 2026 में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास के साथ विकसित भारत की ओर और तेज़ी से आगे बढ़ेगा।