नागपुर त्रासदी: दहेज प्रताड़ना के आरोपों से परेशान मां-बेटे ने आत्महत्या की कोशिश, युवक की मौत
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
बेंगलुरु से जुड़ा मामला, पत्नी की आत्महत्या के बाद दहेज प्रताड़ना के आरोपों से परेशान था परिवार। महिला आयोग ने जताई चिंता, कर्नाटक सरकार को पत्र लिखकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर सख़्त कदम की मांग।
नागपुर में दहेज प्रताड़ना के आरोपों से परेशान मां-बेटे ने आत्महत्या की कोशिश की। युवक की मौत, मां की हालत स्थिर।
नागपुर/ दहेज प्रताड़ना के काले साये में एक और दर्दनाक मामला सामने आया है, जिसमें दो परिवारों की ज़िंदगी बिखर गई। शुक्रवार रात नागपुर के सोनेगांव इलाके स्थित होटल रॉयल विला में एक 30 वर्षीय युवक और उसकी 60 वर्षीय मां ने कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास किया। इस घटना में युवक सूरज शिवन्ना की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी मां जयंती रामकृष्ण अप्पा को समय रहते बचा लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, यह पूरा मामला बेंगलुरु से जुड़ा है। सूरज की शादी करीब डेढ़ महीने पहले गनावी से हुई थी। शादी के कुछ ही समय बाद, श्रीलंका से हनीमून बीच में छोड़कर लौटने के तुरंत बाद गनावी ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद मृतका के परिजनों ने बेंगलुरु के एक थाने में दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए सूरज, उसकी मां जयंती और उसके भाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
आरोपों और कानूनी कार्रवाई के दबाव से परेशान होकर मां-बेटा नागपुर आ गए और होटल रॉयल विला में ठहरे। देर रात दोनों ने आत्महत्या का प्रयास किया। होटल स्टाफ को शोर सुनाई देने पर सोनेगांव पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और सूरज के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए नागपुर के एम्स अस्पताल भेजा गया। जयंती को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
इस मामले ने एक बार फिर दहेज उत्पीड़न और उससे जुड़े मानसिक दबाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिला आयोग ने भी इस घटना पर चिंता जताई है और कर्नाटक सरकार को पत्र लिखकर महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और दहेज मामलों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने कहा है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और सभी पहलुओं की पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।