नमोत्सव में अमित शाह ने बताया पीएम मोदी का जीवन कैसे बना राष्ट्रप्रेरणा
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अमित शाह के अनुसार, 11 वर्षों में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर लाने वाला गरीब कल्याण यज्ञ मोदी नेतृत्व की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
गुजरात से राष्ट्रीय नेतृत्व तक प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा सुशासन, सेवा और राष्ट्रनिर्माण का आदर्श उदाहरण बन चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी के जीवन पर आधारित ‘नमोत्सव’ भारत को 2047 तक विश्व में अग्रणी बनाने की प्रेरणा और संकल्प को सांस्कृतिक रूप में प्रस्तुत करता है।
अहमदाबाद/ केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने रविवार को गुजरात के अहमदाबाद में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जीवन पर आधारित भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘नमोत्सव’ को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ‘नमोत्सव’ केवल एक सांस्कृतिक प्रस्तुति नहीं, बल्कि उस जीवन-दर्शन का जीवंत चित्रण है, जिसने 140 करोड़ भारतीयों को 2047 तक भारत को विश्व में हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने का विश्वास दिया है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का जीवन कर्तव्य, सिद्धांत, तपस्या और गरीब कल्याण के प्रति समर्पण का प्रतीक है। एक अत्यंत गरीब परिवार में जन्म लेकर विश्व मंच पर भारत का नेतृत्व करने तक की उनकी यात्रा आज देश के युवाओं, बच्चों और समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री मोदी ने 75 वर्ष की आयु पूरी की, तब यह विचार सामने आया कि उनके जीवन की इस असाधारण यात्रा को जन-जन तक पहुँचाया जाए, और उसी विचार का साकार रूप ‘नमोत्सव’ है।
गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 27 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालकर गरीब कल्याण का ऐसा यज्ञ किया है, जिसने उन्हें “महान नरेन्द्र मोदी” बनाया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जीवन को व्यक्तिगत सुख-सुविधाओं से दूर रखते हुए गरीबों के कल्याण के मार्ग पर समर्पित कर दिया। यही कारण है कि जिनके पास अपना एक कमरा तक नहीं है, उन्होंने चार करोड़ बेघर लोगों को पक्का घर देने का ऐतिहासिक कार्य किया।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 60 करोड़ गरीबों को घर, बिजली, शौचालय, पीने का पानी, गैस, स्वास्थ्य सुविधाएं और शिक्षा जैसी मूलभूत चिंताओं से मुक्त किया है। मुफ्त राशन, आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वच्छ भारत अभियान जैसे कदमों ने गरीबों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन लाया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री काल को सुशासन का आदर्श उदाहरण बताया। 7 अक्टूबर 2001 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी जी ने गुजरात में ज्योतिग्राम योजना लागू कर गांव-गांव तक 24 घंटे बिजली पहुँचाई, जो उस समय एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। अमित शाह ने कहा कि सरपंच का चुनाव भी न जीतने वाले व्यक्ति का मुख्यमंत्री बनना और फिर देश का प्रधानमंत्री बनना भारतीय लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है।
गृह मंत्री ने कहा कि 24 वर्षों के सार्वजनिक जीवन में प्रधानमंत्री मोदी ने न तो एक दिन की छुट्टी ली और न ही आराम किया। अहर्निश जनता की सेवा करते हुए उन्होंने देश को सर्वोच्च स्थान पर पहुँचाने का संकल्प लिया है। यही कारण है कि आज 29 देशों द्वारा उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना केवल उनका नहीं, बल्कि पूरे भारत का सम्मान है।
अमित शाह ने कहा कि ‘नमोत्सव’ आने वाले दिनों में युवाओं और समाज के हर वर्ग को राष्ट्रसेवा, अनुशासन और समर्पण की प्रेरणा देता रहेगा।