भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम: वर्ल्ड कप जीत के पीछे छुपा संघर्ष और 3,000 की फीस
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
क्या आप यकीन करेंगे? दुनिया जीतने वाली टीम को सिर्फ 3,000 रुपये मिलते हैं!
भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम को BCCI से अभी तक आधिकारिक मान्यता नहीं
वर्ल्ड कप जीतने वाली खिलाड़ियों की मैच फीस सिर्फ 3,000 रुपये
बिना एक भी मैच हारे भारतीय महिला टीम ने टी20 वर्ल्ड कप जीता
Delhi/ कोलंबो से जब भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम ने पहला टी20 वर्ल्ड कप जीतकर ट्रॉफी उठाई, पूरा देश गर्व से भर उठा. लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि इस ऐतिहासिक जीत के पीछे खड़ी उन खिलाड़ियों को एक मैच खेलने के बदले कितने रुपए मिलते हैं. चौंकाने वाली बात ये भी है कि भारतीय ब्लाइंड क्रिकेट टीम को अभी तक BCCI से मान्यता भी नहीं मिल रखी है. यानी इन खिलाड़ियों को मैच फीस बीसीसीआई से नहीं, बल्कि एक निजी ट्रस्ट और कुछ स्पॉन्सर्स की मेहरबानी से मिलती है।
कितनी है ब्लाइंड क्रिकेटर्स की मैच फीस?
हां, आपने सही पढ़ा. जिस देश में क्रिकेट को पूजा जाता है और क्रिकेटर्स को भगवान समझा जाता है, उस देश में ब्लाइंड क्रिकेट और ब्लाइंड क्रिकेटर्स गुमनामी के अंधेरे में खोए हुए हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड दुनिया का सबसे अमीर बोर्ड है. जो अपने खिलाड़ियों को एक टेस्ट मैच के लिए 15 लाख, वनडे के लिए 6 लाख और टी20 के लिए 3 लाख रुपए मैच फीस देता है, उसी देश की ब्लाइंड क्रिकेट टीम की मैच फीस हजारों में है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ब्लाइंड क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों को मैच फीस के तौर पर सिर्फ 3 हजार रुपए मिलते हैं. ये सिर्फ ब्लाइंड महिला टीम नहीं, बल्कि ब्लाइंड पुरुष टीम का भी हाल है. ये खिलाड़ी अंधेरे में खेलकर रोशनी दिखाते हैं, ऐसे में उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक जीत के बाद उन्हें वो रोशनी मिले, जिसकी वे हकदार हैं।
खिलाड़ियों के जज्बे और जुनून को सलाम
बीसीसीआई से ब्लाइंड क्रिकेट को आधिकारिक मान्यता ना मिलने का नतीजा यह है कि ब्लाइंड खिलाड़ियां अपने जज्बे और जुनून के दम पर मैदान में उतरती हैं, जबकि सारा खर्च क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया (CABI) और कुछ दयालु स्पॉन्सर्स उठाते हैं. विदेशी टूर्नामेंट, किट, ट्रेनिंग कैंप, सब कुछ इसी दान और मदद पर निर्भर है. दूसरी ओर, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अपने ब्लाइंड क्रिकेटरों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देता है. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, श्रीलंका, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे जैसे देशों ने भी ब्लाइंड क्रिकेट को मान्यता दे रखी है।
सवाल सिर्फ पैसों का नहीं है, यह सम्मान और समानता का सवाल है. जब देश की एक टीम वर्ल्ड चैंपियन बनती है, तो क्या उसकी जीत को सिर्फ तालियों तक सीमित रखना ठीक है? वर्ल्ड कप जीतने वाली हर खिलाड़ी का सपना सिर्फ ट्रॉफी नहीं होता, वह होता है एक बेहतर जिंदगी और समाज का सम्मान. आपको जानकर हैरानी होगी कि महिला टी20 वर्ल्ड कप क्रिकेट फॉर द ब्लाइंड 2025 का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम को सिर्फ 1-1 लाख रुपए की प्राइज मनी मिली है, वो भी चिंटल्स ग्रुप की ओर से।
बिना कोई मैच हारे जीता वर्ल्ड कप
भारतीय महिला ब्लाइंड क्रिकेट टीम के पास सपोर्ट की भले ही कमी है, लेकिन टैलेंट किसी से भी कम नहीं है. ब्लाइंड महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत इकलौती ऐसी टीम रही जिसने एक भी मैच नहीं हारा. उनसे 7 मैच खेले और सभी में जीत हासिल करके ट्रॉफी अपने नाम की. इस दौरान उनसे ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान जैसी टीमों को भी हराया।